ये मत समझो तेरे कुछ मना करने से उदास हूं मैं, क्योंकि तेरी खुशियों को देख कर ही खुश हूं मैं। तू चाहे या ना चाहे मुझको, फिर भी मेरा नाम अकेला ही सोजाएगा एक पल। तू दोस्त बना कर रखना चाहती है मुझको, मै तो अंधा बन कर भी तेरे साथ रहने को तैयार हूं । क्योंकि जिंदगी में पहली बार, किसी की परछाई दिखी हैं तुझमें ।। #yqbaba#जिंदगी#अंधा#खुशी#साथ