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एक बार का वाक्या सुनाता हूं, बचपन की बात बताता हूं

एक बार का वाक्या सुनाता हूं,
बचपन की बात बताता हूं,
पड़ोस के बच्चे मिट्टी में खेल रहे थे,
मैंने भी जिद मचाई,
बुआ ने मुझको बात सुनाई,
फिर भी मैं जिद पर अड़ा था,
अंत में मुझको जाने दिया,
खूब खेलकूद हुड़दंग हुआ,
मैं घर आया,
फिर से बुआ ने बात सुनाया,
हाथ पांव मिट्टी से सने हुए थे,
लेकिन दादी को यह सब खूब भाया। एक बार का वाक्या #सुनाता हूं,
#बचपन की बात बताता हूं,
#पड़ोस के बच्चे मिट्टी में खेल रहे थे,
मैंने भी #जिद मचाई,
#बुआ ने मुझको बात सुनाई,
फिर भी मैं जिद पर अड़ा था,
अंत में मुझको जाने दिया,
खूब #खेलकूद #हुड़दंग हुआ,
एक बार का वाक्या सुनाता हूं,
बचपन की बात बताता हूं,
पड़ोस के बच्चे मिट्टी में खेल रहे थे,
मैंने भी जिद मचाई,
बुआ ने मुझको बात सुनाई,
फिर भी मैं जिद पर अड़ा था,
अंत में मुझको जाने दिया,
खूब खेलकूद हुड़दंग हुआ,
मैं घर आया,
फिर से बुआ ने बात सुनाया,
हाथ पांव मिट्टी से सने हुए थे,
लेकिन दादी को यह सब खूब भाया। एक बार का वाक्या #सुनाता हूं,
#बचपन की बात बताता हूं,
#पड़ोस के बच्चे मिट्टी में खेल रहे थे,
मैंने भी #जिद मचाई,
#बुआ ने मुझको बात सुनाई,
फिर भी मैं जिद पर अड़ा था,
अंत में मुझको जाने दिया,
खूब #खेलकूद #हुड़दंग हुआ,