कंक्रीट के जंगल में ढूंढ़ता अपनी जगह मैं, हर रोज़ कुछ इंच आगे बढ़ता हुआ मैं, मेरा गांव हर रोज़ मुझसे कुछ दूर होता जा रहा है। #मेरा_गांव #life #citylife