जो अक्षर अर्थात प्यारा समझा गया, जो शब्द भावार्थ न्यारा समझा गया, उन गुरुवर का वंदन है। आनंद अभिनंदन है।। जो ये प्रकृति की धारा समझा गया, जो इतिहास का नजारा दिखा गया, उन गुरुवर का वंदन है। आनंद अभिनंदन है।। जो परिगणित करारा समझा गया, जो ये भूगोल हमारा दिखा गया, उन गुरुवर का वंदन है। आनंद अभिनंदन है।। जो साहित्य विचारधारा समझा गया, जो कलम कला नवधारा चला गया, उन गुरुवर का वंदन है। आनंद अभिनंदन है।। कवि आनंद दाधीच, भारत ©Anand Dadhich #Teachersday #poemonteachersday #शिक्षक_दिवस #kaviananddadhich #poetananddadhich #poetsofindia