कबूल हंस के हर सितम मोहब्बत में महबूब का, वो बोल के इज़हार करें हम, आंखों से इकरार करें। वो नज़र कमान से दिल की गहराई में उतरते हैं, यकीं मानीए दिल हाथों से फिसल जाता हैं। ♥️ अंदाज़ अपना अपना ♥️ #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ अपने मित्रों के साथ कोलाब करें। ♥️ कोलाब करने के बाद "Done" काॅमेंट करें।