ज़रूरी है तुमने मेरे जिस कातिल को अपना मसीहा समझा था वो आज तुम्हारा ही सरे आम क़त्ल करने में आमदा है ©अरफ़ान भोपाली #कत्लेआम #गुज़रातदंगा #सरकार #Nojoto #nojotohindi #nojotowriters #hindiwriters #Poetry #IndianGovernment