सुना हैं हर किसी को अपना मानना भी कभी मेहगा पड़ता है, बो लोग अक्सर दगा करते है।। #Shayari
VIJAY DIWARA
मेरे चेहरे की मुस्कान तु क्या जाने गालिब मे उस उम्र मे दुनिया के रंग को समझ गया था, जब मेरे खेलने की उम्र थी। और तु मेरी हँसी का राज पूछ रहा है।। #suspense
VIJAY DIWARA
सर्दी तु अपने किरदार को संजोये रख,
क्या पता तेरे इस अनूठे रूप से मेरे जीवन में कुछ सुकून आ जाए और मे नई जिंदगी में आ पाउ, #विचार
VIJAY DIWARA
हर दिन अलग होता रहेगा ये जिंदगी ,है मेरे यार कुछ पाना मुश्किल है, हकीकत को हकीकत बताना मुश्किल है, और जहा सुकून मिल सके बहा तक पहुँच पाना मुश्किल है।। #विचार