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praveenchouhan9314
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Praveen chouhan

UPSC dream

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Praveen chouhan

दिव्य ज्योति सी वो , वो बच्चो का दुलार करती हैं
जब भी परेशान होता हैं, वो मुझे संभाला करती हैं ।

जब भी साथ हो पूरी कायनात भूल जाते हैं
डूब जाते हैं दोनो , फिर गले लग जाते हैं ।

एक दूसरे के साथ रहने के लिए एक दूसरे से झगड़ते हैं
सुबह की पहली किरण पर फिर साथ खड़े होते हैं ।

ये लड़ना , झगड़ना सब युही होता रहेगा
तेरा साथ जिंदगी भर बना रहेगा ।

जब मुश्किल आएं तो वो पुराने साथ वाले लम्हे याद करना
क्या रिश्ते की अहमियत हैं वो दिन याद करना।

लड़ेंगे घर वालो से या खुदा से लड़ जायेंगे ,
मेरे बच्चे साथ देना 
एक वक्त बाद संग तेरे सारी खुशियां लुटाएंगे ।

@प्रवीण सिंह चौहान #humantouch
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Praveen chouhan

हालातों से झकडा हुआ इंसान..जब वह
सपनो के पीछे भागता हैं तो अपने पीछे छूट जाते हैं,
अपनों के पीछे भागता है तो सपने छूट जातें हैं
वो पुराने दोस्त छूट जाते हैं..
अपनी खुशियों का त्याग करके भी
रिश्तों को संभालने का हुनर भूल जाता हैं ।
हर कदम पर गलत साबित हो जाता हैं
 वो इंसान हर शाम खुद से सवाल करता हैं
क्या आने वाला सवेरा अच्छा होगा..??
क्या वो रिश्तों को सम्भाल पाएगा ..??

फिर वही शुरू होता हैं..
बस एक उम्मीद जगा कर वो इंसान फिर भागता हैं..
फिर वही सब...


और ये सफर हर रोज़ का बन जाता हैं.…...
देखते हैं
हालात जीतेंगे या रिश्ते सम्भालना सीख जाऊंगा..

@प्रवीण सिंह चौहान #Top
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Praveen chouhan

मेरी खामोशी पर कुछ यूं झगड जाती हैं,
अपनेपन की बातों में रातें निकल जाती हैं ।
ये रातें अब मुझसे सवाल करती हैं।।

दिव्य रूपी दिव्यता, वो रूप क्षत्राणी सा,
एक तिल में पूरा संसार छिपा लेती हैं ।
ये रातें अब मुझसे सवाल करती हैं ।।

शीशे की झलक अब आतुर हैं फिर से,
यादें फिर से सफर की आस करती हैं ।
ये रात अब मुझसे सवाल करती हैं ।।

 चांद बादल में कुछ यूं समा गया,
वो बातें अब मुझे परेशान करती हैं ।
ये रातें अब मुझसे सवाल करती हैं । ।
@प्रवीण सिंह चौहान #MusicLove
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Praveen chouhan

ये महफ़िल खुद से सजाएंगे,
वक़्त लगेगा लेकिन मुकाम तो लाएंगे,

आज जमाना वस में नहीं हमारे
तो हताश मत हो प्रवीण

वो वक़्त भी लाएंगे
लोग गुणगान गाएंगे
खुद का जमाना बनाएंगे ।

@प्रवीण सिंह चौहान #fog
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Praveen chouhan

मेरी खामोशियों को पहचान कब पाओगे,
दिल के जज़्बात दिल से आखिर कब लगाओगे,

अभी वक़्त है सब कुछ सुलझ जाएगा,
फिर अगर सब उलझ गया तो केसे सुलझा पाओगे। #lonely
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Praveen chouhan

एक उम्मीद

उम्मीद खत्म...

फिर खामोशी की शुरुआत.... #AkelaMann
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Praveen chouhan

अंधेरे के पीछे खूबसूरत सा जहां बसा है,
हौसलों के आगे किरदार भी झुका हे।

ना समझ होकर भी मुश्किलों से लड़ा हूं,
अब आंधियां भी आ जाएं तो डटकर खड़ा हूं ।

केसे रोक पाएगी ये हवाएं मेरे इरादे को,
हौसलों में पूरा तूफान बसाएं रखा हूं ।।
@ प्रवीण सिंह चौहान #Winter
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Praveen chouhan

सपनो के साथ जिम्मेदारियों को पाल रहा हूं,
लड़का हूं ,सपने भी दांव पर लगा रहा हूं।

सपने मेरे भी आसमान को छूने की ख्वाहिश रखते हे,
जमीन पर पैर रख लूं, बस अभी उतनी हिम्मत जुटा रहा हूं।।

कभी अपनों से तो कभी खुद से हार जाता हूं,
आंसुओ का सागर , हसीं में लपेट जाता हूं ।

में भी लिबास जीने की चाह , उन्मुक्त उड़ने की चाहत रखता हूं,
लेकिन लड़का हूं, कंधो पर जिम्मेदारियों का बोझ रखता हूं।।

@प्रवीण सिंह चौहान #CalmingNature
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Praveen chouhan

सिसकियां ले लेकर रो रहा है मेरा शहर
उन डॉक्टरों को भी केसे नींद आती होगी,

बेकसूर है ये गरीब बिल्कुल निर्दोष है,
इस बीमारी को भी थोड़ी तो रहम आती होगी।

कोई बीमारी तो कोई भूख से मर रहा है,
इन नेताओ को भी थोड़ी शर्म तो आती होगी।

सरकारे गहरी नींद में तो इंसान मौत से सो रहा है,
 इंसानियत को कितनी गहरी चोट तो आई होगी।

शहरों में हॉस्पिटल के दाम बढ़ रहे है,
सांसों की भी क्या कीमत लगाई होगी।

बेकसूर है ये गरीब बिल्कुल निर्दोष है,
इस बीमारी को भी थोड़ी तो रहम आती होगी।
@प्रवीण सिंह चौहान #covidindia
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Praveen chouhan

मैरी बाहों में तुझे समाना चाहता था,
पूरा जमाना जल जाए ऐसा प्यार दिखाना था,l।

इस पेड़ की शाखाएं कमजोर निकल गई
इसे तो हवाओं से हुई टूट जाना लिखा था।


वक़्त की गद्दारी हे या किस्मत बेईमान होगी,
ए खुदा मासूम लोगो ने आखिर क्या बिगाड़ा था।

चलो एक ओर ओर खुद को संभालने का हूनर देखेंगे
संभल जाएंगे या यादे सम्भाल जाएंगे।

तेरी बाहों में सुकून लिपटना चाहता हूं ,
तेरी छोटी सी याद दिल में बसाना चाहता हूं। #Night
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