Nojoto: Largest Storytelling Platform
nojotouser6835311140
  • 25Stories
  • 326Followers
  • 566Love
    0Views

राठौड़ मुकेश

चन्द अल्फाज़ राष्ट्र के नाम भारतीय हूं इससे बड़ी पहचान क्या होगी जय हिंद वंदे मातरम 🇮🇳🇮🇳

https://www.facebook.com/rathod.mukesh.509994

  • Popular
  • Latest
  • Video
0a6348ee75d06d27bcb41dd34e9fade2

राठौड़ मुकेश

उदास चेहरों पर  मुस्कान बिखेरना चाहता हूँ,
बहते आँसू दामन में अपने समेटना चाहता हूँ।
खुशियों भरा दूँ आसमान सबको यही चाहत है,
वीरान हुए उद्यानों में महक बिखेरना चाहता हूँ। #मेरेअल्फाज़
0a6348ee75d06d27bcb41dd34e9fade2

राठौड़ मुकेश

#DaughtersDay  है
बेटी
कुमारी
फुलवारी
घर आँगन
खुशहाल मन
सुखद किलकारी #DaughtersDay
0a6348ee75d06d27bcb41dd34e9fade2

राठौड़ मुकेश

बदनसीबों के नसीब में कहाँ हर सुख होता है...
इन आलीशान शहरों में...
कहाँ इनका रसूख होता है...
बदनसीबी हो भले ही...
पर नियत बद् नहीं होती....
श्रम ही सदा सर्वोच्च होता....
हौसलों की हार नहीं होती... #naseeb
0a6348ee75d06d27bcb41dd34e9fade2

राठौड़ मुकेश

माथे की बिंदी  ये माथे की बिंदी...
लगती जैसे चाँद हो..
ये सुरमयी आँखें...
लगती जैसे ढलती साँझ हो...
नयन गहरे सागर से...
हिल्लोरे भरते...
हृदय पट को...
भावविभोर करते..
ये तेरा सजना संवरना...
भर देता उत्साह मन में...
देखने की चाह मन में..
खूबसूरती दी कुदरत ने...
प्रकृति के समरस ही...
तुम ही हो मधुवन...
हो तुम मधुमास भी.. #bindi
0a6348ee75d06d27bcb41dd34e9fade2

राठौड़ मुकेश

 मेरे अल्फाज

मेरे अल्फाज #कविता #nojotophoto

0a6348ee75d06d27bcb41dd34e9fade2

राठौड़ मुकेश

 वर्ण पिरामिड

वर्ण पिरामिड #कविता #nojotophoto

0a6348ee75d06d27bcb41dd34e9fade2

राठौड़ मुकेश

कॉलेज वाली चाय की टपरी, आज भी याद आ दिला जाती है....
उन जान छिड़कते दोस्तों की....
जो गुम हुए अब...
खनक में चंद सिक्कों की... #CollegeKiChai
0a6348ee75d06d27bcb41dd34e9fade2

राठौड़ मुकेश

ललचाती,
सकुचाती,सीखाती,
भरमाती,इठलाती,
अंततः,
सुस्ताती चीर निंद्रा!!
जीवन यात्रा।

अंदाज अलग,
भागमभाग,
चैन औ सुकूं की,
अंततः,
नींद उड़ाती!!
जीवन यात्रा।

अनुभव बांटे,
भविष्य को बांचती,
वर्तमान भुलाती,
अंततः,
मन भटकाती!!
जीवन यात्रा।

कहकहे लगाती कभी,
मन कचोटती कभी,
हंसाती कभी, रुलाती,
अंततः,
मिट्टी मिश्रित होती!!
जीवन यात्रा। #lifepoetry
0a6348ee75d06d27bcb41dd34e9fade2

राठौड़ मुकेश

फुर्सत मिले कभी तो, कभी मिले फुरसत तो..
जाकर आना फिर उस दहलीज पर..
जहाँ सूखा कुछ आँखों का पानी..
तुम्हारे आने की उम्मीद पर..
कितने स्वप्न संजोए थे उन आँखों ने..
कभी सहारा बनोगे इस उम्मीद पर..
अपनी भागदौड़ भरी जिंदगी से..
निकाले थे अनमोल पल फुरसत के..
लूटा दी हर खुशी तुम पर..
ख्वाब किए पूरे तेरी हर जरूरत के..

✍✍मुकेश राठौड़ #Life
0a6348ee75d06d27bcb41dd34e9fade2

राठौड़ मुकेश

शून्य एक बिंदु है...
जिसका आदि न अंत है...
है वह निराकार...
समाहित जिसमें अनंत है...
सकल सृष्टि का बीज यह...
शून्य ही ब्रम्हाण्ड है...
है सर्वव्यापी यह...
कण-कण का का आरंभ यह...
शून्य व्योम है..
शून्य ही भौम है...
शून्य तल है..
शून्य ही अतल है...
शून्य ही मृत्यु...
शून्य ही जन्म है..
शून्य नगण्य...
शून्य ही गण्य है...
शून्य अगुणित..
शून्य अविभाजि..
शून्य ही परमात्म..
शून्य ही अविनाशी..
शून्य वाद्य है..
शून्य गान है..
शून्य सकल सृष्टि में...
भारती की शान है.. #mypoetry
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile