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rajyadav2928
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kanchan Yadav

जहां ना पहुंचे रवि वहा पहुंचे कवि YOUTUBE CHANNEL: POEMS FROM HEART

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kanchan Yadav

White कहां स्थिर अपना ठिकाना है 
पंछी सा जीवन बस उड़ते जाना है 

कभी इस नगरी कभी उस नगरी 
बसाना एक आशियाना हैं 

गहरी गलियों में ना दोस्त पुराना है 
डरता है मन नए दोस्त नया जमाना है 

कहां स्थिर अपना ठिकाना है 
पंछी सा जीवन में बस  उड़ते जाना है ,

कहीं मन मिले कहीं उलझनो का फसाना है 
कट जाती है जिंदगी 
 दिल और दिमाग को समझना हैं 

नफरतों की आंधियों से खुद को बचाना है 
लोगों की उम्मीदो के चक्र से 
ना ख़ुद के चक्र को घूमना हैं 

कहां स्थिर अपना ठिकाना है 
 पंछी सा जीवन बस उड़ते जाना है

©kanchan Yadav #sad_quotes
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kanchan Yadav

White एक अंधेरी रात थी 
 जुगनुयो की बारात थी 
लब भी खामोश थे 
धड़कनों की बस आवाज थी,

हो रही थी गुफ्तगू 
एहसासो की फरियाद थी 
रुक जाता वक्त वहीं 
वो मुलाकात भी खास थी,

लफ्ज़ों को ना शब्दों की 
ज़रूरत खास थी 
आंखों के दरमिया 
दिलों की आवाज थी 

एक अंधेरी रात थी 
जुगनुयो की बारात थी 
लब भी खामोश थे 
धड़कनों की बस आवाज थी , !"

©kanchan Yadav #GoodNight
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kanchan Yadav

White    (जय श्री कृष्ण)

" बातो की झलक मे 
संस्कारो की परख 

आदतों की ललक में 
विचारो की खनक 

सयंम की कदर में 
शुकून की शरण

 सरल है जिन्दगी 
बात छोटी पर समझ  !"

©kanchan Yadav #sad_qoute
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kanchan Yadav

White दो पल ठहर साथी राह बड़ी लंबी है 
हाथों में हाथ पर लगता उम्र कम ही है 

निकल आए दूर   कौतूहाल से 
बैठना दो पल साथ भी अब जरूरी है 

सुलझे नहीं जो पल सुलझाना जरूरी हैं 
वक्त के दरमिया सहारा तू ही है

कुदरत की भी यहीं मंजूरी है 
उम्र का ऐसा पड़ाव जहां साथ ही जरूरी है 

दो पल ठहर साथी राह बड़ी लंबी है 
हाथों में हाथ पर लगता उम्र कम ही है!"

©kanchan Yadav #love_shayari
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kanchan Yadav

White " क्यों शर्तो पे  जिंदगी जीना 
 जब जिंदगी अपनी है 

एक बार है मिलती 
बड़ी ये कीमती है 

नजरिए दूसरों के क्या ,क्यों तुझे है देखना 
आंखें तेरी खुद  ,सही गलत तुझे है भेदना 

क्यों शर्तों पे जिंदगी जीना 
जब जिंदगी अपनी है 

कठपुतलियो सा खेल ना खेलना 
दूजे के हाथ ना अपनी डोर फेंकना 

गिर कर उठना उठकर चलना है सीखना 
इसी का नाम जिंदगी जिंदगी तुझे है समझना 

क्यों शर्तो जिंदगी जीना 
 जब जिंदगी अपनी है !"

©kanchan Yadav #Sad_Status
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kanchan Yadav

White रौनक है जिंदगी यारों तुमसे
बस यूं ही जवां रहना है 

अभी फुर्सत नहीं जिंदगी में 
व्यस्तता में नहीं मिलता मौका है

तबीयत पानी तो बराबर है 
जिम्मेदारियो ने रस्ता रोका है 

तमन्ना है जाएं साथ तुम्हारे गोवा 
डरते हैं बस किस्मत ना दे कहीं धोखा हैं 

रौनक है जिंदगी यारों तुमसे 
 बस यूं ही जवां रहना हैं

©kanchan Yadav #sad_quotes
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kanchan Yadav

White सबसे बड़ा रोग 
दिल सोचे क्या कहेंगे लोग 

थोड़ा रुक और सोच 
संयम से ले धड़कन रोक 

तेरी हर तेरी जीत 
 नहीं इस पर किसी का जोर

मुखमंडल पर ताला नहीं 
 क्यों चाबी पर करे सोच 

सबसे बड़ा रोग 
 दिल सोचे क्या कहेंगे लोग

सुन अपनी मत बन अबोध
ध्यान पर ध्यान रहे 
न बढ़ने पाए क्रोध 

अपना बाल अपनी बुद्धि
ना दूजे के हाथों सौप 
तेरा हित  अनहित तु ही जाने 
क्यों फैसला कर कोई और 

सबसे बड़ा रोग 
 दिल सोचे क्या कहेंगे लोग !

©kanchan Yadav #GoodMorning
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kanchan Yadav

White जीवन के चक्र घनेरे में 
उलझे रहे घनघोर अंधेरे में 

कभी खुद से मुलाकात हुई 
कभी पड़े किसी फेरे में

उलझनो के घेरे में 
 राहत सब्र के बसेरे में 

मन की दौड़ चले तेरे मेरे में
पड़ता है जाना सिर्फ अकेले में 

जीवन के चक्र घनेरे में 
उलझ रहे घनघोर अंधेरे में !

©kanchan Yadav #sad_quotes
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kanchan Yadav

White इंतहा इंतजार की देखनी हो तो 
अपनी रूह में झांकना 

मुद्दतों से सफर कर रही है 
पता नहीं कितना सफर है उसे अभी काटना

©kanchan Yadav #Sad_Status
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kanchan Yadav

White ( लोग )

लोग ना होते 
 शब्दों में बोल ना होते

समझ ना होती अच्छे बुरे की 
कुछ लोग अनमोल ना होते 

मनमुटाव और तनाव के वेग ना होते 
समझ में अपनेपन के भेद ना होते 

लोग ना होते 
 शब्दों में बोल ना होते

तीखी वाणी तीर्व तेज ना होते 
 स्थिर संयम से भेंट ना होते 

हित अनहित के जो खेल ना होते 
हृदय से हृदय के मेल ना होते 

लोग ना होते  
शब्दों में बोल ना होते

अहम भरे जो बोल ना होते 
विनम्र भाव के बोध ना होते 

लोग ना होते 
शब्दों में बोल ना होते***""!

©kanchan Yadav #Good thought
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