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कोई दर्द था उसे, मैं दवा बन गई..
वो अकेला था जब मैं उसकी वफ़ा बन गई..
भटकना पसंद था तो मैं उसका रास्ता बन गई..
मेरे चेहरे के दाग अब तक गए नहीं, आंसू नहीं तेजाब बहाया था कभी..
नाकाबिल को काबिल बनाकर खोया है,
जेब में पैसे नहीं है यह कहकर वह मेरे साथ बैठकर रोया है.. #शायरी