अपराध करने वाले अपराधी होते हैं उनका धर्म मजहब से कोई लेना देना नहीं होता क्योंकि जो अपनी इंसानियत पर कायम
नहीं रह पाता वो इन पर क्या कायम रहेगा इसके बावजूद अगर आप किसी मसले को धर्म मजहब से जोड़ते हैं तो आप संप्रदायिकता फैलाने का काम कर रहे हैं और संप्रदायिकता को बढ़ावा देना भी एक अपराध है तो इसका मतलब आप भी एक ******** हैं #शायरी#nojotophoto