ruksate इश्क़ की यहीं एक कहानी हैं हर किसी को पसन्द मोहब्बत जिस्मानी हैं और क्या ही कहू तेरे रकीब के बारे में रोज नए जिस्मों को खाना ये उसकी आदत पुरानी हैं
एक चीख
काली रात थी और वो देर रात
बाहर थीं.......
महज 7 साल उम्र उसकी ओर
तुम बात कर रहें हों उसके लिबास की....
छोटी सी बात पर मुस्कुरा देने वाली...
लाड़ली थीं हम सब की.....
आज हर सुबह चीख से जग जाते हैं... #Thoughts#safar
manish sharma
एक यूँही मसला रहा हैं ज़िन्दगी वफा के हक़दार रहें थे जो आज बेवफ़ा हों गए....
और एक जो दिया जला कर गया था तू के एक जो दिया जला कर गया था तू अफ़सोस उम्र भर उसके नीचे के अंधेरे में रहें और ये जो रोशनी भर रहीं हैं मीनार में मेरे के ये जो रोशनी भर रहीं हैं मीनार में मेरे अफ़सोस जिंदा अब हम ना रहे अफ़सोस जिन्दा अब हम ना रहें.......
#booklover
काश तुम वापिस ना आते.....
काश हम ही तुमसे मिलने ना आते.....
कितनी शिकायतें कितनी बाते सब.....
दिल मे ही छुपा लेते काश जब तुम,
बिछड़ रहें थे हमसे हम तुमको उस waqt गले लगा लेते........
दिया हुआ पहला ख़त सम्भल रखा हैं......
तुम्हरी यादों को आज भी साथ रखा हैं......
जानें क्या खता क्या भूल हुईं थीं मुझसे....... #Shayari#fourlinepoetry
manish sharma
मयखाने तू तो ना मुझसे मुह मोड़....
एह मयखाने तू तो ना मुझसे यू मुह मोड़....
मेरे दर्द की दवा है तू, तू तो ना यू दिल तोड़......
बाते वफा की ना कीजिए, शायर हू मुझसे मोहब्बत की उम्मीद ना कीजिए.....
क्यू तू बिछड़ रहा हैं, आखिर बात क्या हैं....
क्यू तू बिछड़ रहा हैं, आखिर बात क्या है....
किसी और के साथ गुजारा हो रहा है तुम्हारा
और मुझसे कह्ते हों की मेंने तुम्हें मोहब्बत के सिवा दिया क्या हैं...... #Shayari#covidindia