Nojoto: Largest Storytelling Platform
harshityadav9542
  • 403Stories
  • 1.1KFollowers
  • 6.4KLove
    2.4LacViews

Satish Yadav

दिल्लगी कर जिंदगी से दिल लगाकर चल,ज़िन्दगी है थोड़ी, थोडा मुस्कुरा के चल!!

https://www.youtube.com/@mere_Ram_mere_kanha

  • Popular
  • Latest
  • Repost
  • Video
1f3a84210d839e80b7a5f3ac84203f22

Satish Yadav

White श्लोक 27 
 तान्समीक्ष्य स कौन्तेयः सर्वान्बन्धूनवस्थितान्।,कृपया परयाविष्टो विषीदन्निदमब्रवीत् ॥27॥ 
 अर्थ:
 जब कुन्तिपुत्र अर्जुन ने अपने बंधु बान्धवों को वहाँ देखा तब उसका मन अत्यधिक करुणा से भर गया और फिर गहन शोक के साथ उसने निम्न वचन कहे।

©Satish Yadav
  #love_shayari
1f3a84210d839e80b7a5f3ac84203f22

Satish Yadav

White श्लोक 26 
 तत्रापश्यत्स्थितान् पार्थः पितृनथ पितामहान्।,आचार्यान्मातुलान्भ्रातृन्पुत्रान्पौत्रान्सखींस्तथा,श्वशुरान्सुहृदश्चैव सेनयोरुभयोरपि ॥26॥ 
 अर्थ:
 अर्जुन ने वहाँ खड़ी दोनों पक्षों की सेनाओं के बीच अपने पिता तुल्य चाचाओं-ताऊओं, पितामहों, गुरुओं, मामाओं, भाइयों, चचेरे भाइयों, पुत्रों, भतीजों, मित्रों, ससुर, और शुभचिन्तकों को भी देखा।

©Satish Yadav
  #isro_day  quotes on life

#isro_day quotes on life

1f3a84210d839e80b7a5f3ac84203f22

Satish Yadav

White श्लोक 21-22 
 सेनयोरुभयोर्मध्ये रथं स्थापय मेऽच्युत ॥21॥,यावदेतानिरीक्षेऽहं योद्धकामानवस्थितान्।,कैर्मया सह योद्धव्यमस्मिन् रणसमुद्यमे ॥22॥ 
 अर्थ :
 अर्जुन ने कहा! हे अच्युत! मेरा रथ दोनों सेनाओं के बीच खड़ा करने की कृपा करें ताकि मैं यहाँ एकत्रित युद्ध करने की इच्छा रखने वाले योद्धाओं जिनके साथ मुझे इस महासंग्राम में युद्ध करना है, को देख सकूं।

©Satish Yadav
  #GoodMorning  quotes
1f3a84210d839e80b7a5f3ac84203f22

Satish Yadav

White श्लोक 20 
 अथ व्यवस्थितान्दृष्ट्वा धार्तराष्ट्रान् कपिध्वजः।,प्रवृत्ते शस्त्रसम्पाते धनुरुद्यम्य पाण्डवः।,हृषीकेशं तदा वाक्यमिदमाह महीपते ॥20॥ 
अर्थ : 
 उस समय हनुमान के चिह्न की ध्वजा लगे रथ पर आसीन पाण्डु पुत्र अर्जुन अपना धनुष उठा कर बाण चलाने के लिए उद्यत दिखाई दिया। हे राजन! आपके पुत्रों को अपने विरूद्ध व्यूह रचना में खड़े देख कर अर्जुन ने श्रीकृष्ण से यह वचन कहे।

©Satish Yadav
  #love_shayari  loves quotes quotes

#love_shayari loves quotes quotes

1f3a84210d839e80b7a5f3ac84203f22

Satish Yadav

White श्लोक 15 
 पाञ्चजन्यं हृषीकेशो देवदत्तं धनञ्जयः।,पौण्ड्रं दध्मौ महाशङ्ख भीमकर्मा वृकोदरः॥15॥ 
 अर्थ :
 ऋषीकेश भगवान् कृष्ण ने अपना पाञ्जन्य शंख बजाया, अर्जुन ने देवदत्त शंख तथा अतिभोजी एवं अति दुष्कर कार्य करने वाले भीम ने पौण्डू नामक भीषण शंख बजाया।

©Satish Yadav
  #love_shayari  quotes
1f3a84210d839e80b7a5f3ac84203f22

Satish Yadav

White श्लोक 14 
 ततः श्वेतैर्हयैर्युक्ते महति स्यन्दने स्थितौ।,माधवः पाण्डवश्चैव दिव्यौ शङ्खौ प्रदध्मतुः॥14॥ 
अर्थ :
 तत्पश्चात पाण्डवों की सेना के बीच श्वेत अश्वों द्वारा खींचे जाने वाले भव्य रथ पर आसीन माधव और अर्जुन ने अपने-अपने दिव्य शंख बजाये।

©Satish Yadav
  #raksha_bandhan_2024  happy life quotes

#raksha_bandhan_2024 happy life quotes #Life

1f3a84210d839e80b7a5f3ac84203f22

Satish Yadav

White श्लोक 13 
 ततः शङ्खाश्च भेर्यश्च पणवानकगोमुखाः।,सहसैवाभ्यहन्यन्त स शब्दस्तुमुलोऽभवत् ॥13॥ 
अर्थ :
 इसके पश्चात शंख, नगाड़े, बिगुल, तुरही तथा सींग अचानक एक साथ बजने लगे। उनका समवेत स्वर अत्यन्त भयंकर था।

©Satish Yadav
  #World_Photography_Day  quotes on life

#World_Photography_Day quotes on life

1f3a84210d839e80b7a5f3ac84203f22

Satish Yadav

1f3a84210d839e80b7a5f3ac84203f22

Satish Yadav

White श्लोक 12 
 तस्य सञ्जनयन्हर्षं कुरुवृद्धः पितामहः।,सिंहनादं विनद्योच्चैः शङ्ख दध्मौ प्रतापवान् ॥12॥ 
 अर्थ :
 तत्पश्चात कुरूवंश के वयोवृद्ध परम यशस्वी महायोद्धा एवं वृद्ध भीष्म पितामह ने सिंह-गर्जना जैसी ध्वनि करने वाले अपने शंख को उच्च स्वर से बजाया जिसे सुनकर दुर्योधन हर्षित हुआ।

©Satish Yadav #World_Photography_Day  quotes on life

#World_Photography_Day quotes on life

1f3a84210d839e80b7a5f3ac84203f22

Satish Yadav

White श्लोक 11 
 अर्जुन विषाद योग अयनेषु च सर्वेषु यथाभागमवस्थिताः।,भीष्ममेवाभिरक्षन्तु भवन्तः सर्व एव हि ॥11॥ 
 अर्थ : 
 अतः मैं कौरव सेना के सभी योद्धागणों से भी आग्रह करता हूँ कि सब अपने मोर्चे पर अडिग रहते हुए भीष्म पितामह की पूरी सहायता करें।

©Satish Yadav
  #sad_shayari  a love quotes

#sad_shayari a love quotes

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile