किसी तरहा तेरे दिल मे उतर जाने की ज़िद मेरी
हमें किस मोड़ पर लायी ज़रा देखो ज़रा देखो।
दिलों में दर्द का माहौल बाहर आग की लपटें
बजे किस राग शहनाई ज़रा देखो ज़रा देखो
जो पौधे प्यार के मिलकर कभी हमने लगाए थे
है अब किस तरहा मुरझाई ज़रा देखो ज़रा देखो।
इश्क़ महज़ मोहब्बत नहीं..!
. मग़र तुम क्या समझोगे
. तुम्हें तो मोहब्बत भी नहीं आती। #Nojotovoice#nojotovideo
M.K.Arya...वज़ा
M.K.Arya...वज़ा
मक्ते-मतले की साज़िश में, अशआर बना फिरता हूँ मैं।
यहाँ हर्फ़ चिढ़ाते हैं मुझको, अल्फ़ाज़ों से डरता हूँ मैं।
ये कैसा नज़्में-ए-तरन्नुम हूँ,ना चढ़ता ना गिरता हूँ मैं।
अरे जीना तो बेकार काम लगता है मुझको दुनियाँ में,
हाँ यही सोच कर के अब तक, बस गुज़र-बसर करता हूँ मैं।