एक दिन भी नहीं जाता जब ये नहीं पढ़ता कि फिर एक लाज का आंचल आज इक शैतान के द्वारा लूट लिया गया । यह क्षण और भी वीभत्स तब हो जाता है जब यह पता चलता है कि 2-2, 4-4 साल की मासूम बच्चियां जिन्होंने पूर्णतः इस दुनियां में कदम भी नहीं रखा, जिन्होंने ये भेद भी नहीं जाना कि लड़का और लड़की शब्द का अर्थ भी क्या होता है, उनको यह अमानवीय कृत सहना पड़ा तो मेरी रूह कांप जाती है, खून का वेग चरम पर होता है । सोचता हूं जब पढ़कर मैं हिल गया तो उस मासूम का क्या हुआ होगा जिसने यह सहन किया । सोचता हूं जब सब धर्मों औ #yqbaba#yqdidi#norape#surajaaftabi#savechildrape