Blog:- www.unscriptedfeelings.blogspot.com ___________________________________ ज़िन्दगी की गर्द में रिश्ते धुंध हो रहे हैं अपना जिसे कहूं अब कोई दिखता नहीं और कोशिश हजार करली रिश्ते कायम करने की अफसोस दाग़ लगे रिश्तों से दाग़ मिटता नहीं
अल्फ़ाज़
अल्फ़ाज़
अल्फ़ाज़
अल्फ़ाज़
अल्फ़ाज़
अल्फ़ाज़
अल्फ़ाज़
अल्फ़ाज़
अल्फ़ाज़
अल्फ़ाज़