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pragyakarn3743
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Pragya Karn

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Pragya Karn

White थोड़ा सोचू फिर एक नई बात लिखु, 
जज़्बात लिखु या अपने हालात लिखु....
 तेरी मोहब्बत को अपने नाम लिखु,
 या अपने हाथों में तेरा हाथ लिखु.... 
तुझे देखूं फिर तेरी कुछ बात लिखूं, 
तारीफ लिखूं या फिर फरियाद लिखूं.... 
तेरे पीछे खुद को अबाद लिखूं, 
या अपनी तन्हाई में खुद को बर्बाद लिखूं.....
तुझे सुलझासा या खुद को अल्हड़ लिखूं ,
तुझको दिन  या खुद को रात लिखु, 
बता आज तेरी कौन सी बात लिखूं.........

©Pragya Karn #love_shayari #nojoto❤ #Poem #poetry❤ 
#shyari❤️#poem #Quotes

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Pragya Karn

चलो आओ तुम्हे अपने कुछ जज़्बात बताती हूं ,,,
तन्हा कैसे बीती मेरी सारी रात ,चलो ये बात बताती हूं ,
है तबियत मेरी कुछ नासाज सी,
है क्यों नासाज चलो ये राज़ बताती हूं ,
बिलखते मेरे होठों के हालात बताती हूं ,
लफ्जों में दबी ,चलो मैं अपनी हर सांस बताती हूं ,,
हांसिल तो है सब कुछ जिंदगी में ,
लेकिन तेरे आने से जिंदगी मुकम्मल हुई 
चलो ये राज़ बताती हूं ,,
चलो आओ तुम्हे अपने कुछ जज़्बात बताती हूं ....

©Pragya Karn #Raj #Mohaabt #love❤ #poem✍🧡🧡💛 #poetry❤ #shyari❤️ #nojoto❤ #quotes❤️

#Raj #Mohaabt #Love❤ poem✍🧡🧡💛 poetry❤ shyari❤️ nojoto❤ quotes❤️ #love❤

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Pragya Karn

पिंजरे से तो आजाद हो गई , 
पर पिंजरा दिल से कैसे निकालूं ,
खुलके जीने की ये एक ख्वाहिश,
 आखिर कभी भी होगी पूरी,,
दिन और रात तो सबकी है ना,
फिर आज तक क्यों नहीं देख पाई ,
खाली सड़क ,और खुला आसमान ,
क्या ये है सिर्फ एक भ्रम ,
या कह सकते हैं इसे एक आजादी 
या कह सकते हैं इसे एक आजादी .......

©Pragya Karn #sad_feeling #realityofsociety #save_girls
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Pragya Karn

White यह वक्त गुज़र तो रहा है पर कुछ गुजारना बाकी है,,
 कुछ बातें शायद बिगड़ने सी लगी है ,
उसे अब सुधारना बाकी है ,,
कुछ मुश्किल राहें भी हैं अभी ,
 जिसका राह निकालना बाकी है,
शायद मंजिल अभी  दूर है हमसे ,
मगर मंजिल के पास जाना बाकी है अभी ,,
जिंदगी के पलटते पन्नों पर ,,
आज भी कुछ लिखना बाकी है शायद,,
 उन पन्नों पर लिखी उन कहानियों का अंत बताना बाकी है अभी ,,
रंजो भरी  गुमराह से  रातों में ,
वो एक सवेरा लाना बाकी है अभी,,
 गमों को भुलाकर खुशियों को गले लगाना बाकी है अभी ,,
शायद जिंदगी में कुछ न कुछ बाकी है अभी,,
 तो गुज़रते वक्त को गुज़रने देते है ,,
 खुश रहने के लिए इतना काफी है अभी ,,
यह वक्त गुज़र तो रहा है पर कुछ गुजारना बाकी है अभी......
यह वक्त गुजर तो रहा है पर कुछ गुजारना बाकी है अभी ......

©Pragya Karn #Vakt #Shyari #poem✍🧡🧡💛 #poetry❤ #nojoto❤ #quotes❤️

#Vakt #shyari poem✍🧡🧡💛 poetry❤ nojoto❤ #Quotes❤️ #quotes❤️

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Pragya Karn

मोहब्बत की सिलवटों पे हमने कायनात बिछा दी,,
 ओढ़ कर रेशमी जुल्फे लफ्ज़ो ने ,,
तेरे इश्क में एक इबादत सजा दी ,,
चढ़ा मुझ पर तेरे मोहब्बत का रंग कुछ यूं बेताब है ,,
क्या करें हम अब इंतज़ार में कायनात हैं,,
 आपके हो जाने को हम भी दिल से रजामंद हैं ,,
मकसद है सिर्फ इतनी  की ,
जितनी हमें ये मोहब्बत की बाजी है ,,
खरीददार हो तुम इस दिल के ,,
सौदा ए अपने दिल का जाना सिर्फ तुम्हीं से
किया है ,,
अपना दिल ए जिगर तुम्हें देकर  ,,
हमने सिर्फ तुझसे मोहब्बत  किया है ,,
 अर्जी थी मेरे उस रब से दुआओ की, 
मोहब्बत मुक्कमल कैसे ना होता,
 और ताल्लुक  कुछ ऐसा था तुझसे,,
मेरे दिल का तू किरायदार कैसे ना होता ,,
जिन नैनो ने सजाया है उनको,
 जिन फरिश्तों ने मिलाया है उनसे,
 आज मोहब्बत में दिल की धड़कन सजा दे,,
 ऐ रब  आज मोहब्बत की दास्तान ए पैगाम सुना दे ,,
उन लखिरो को मिलाने का ऐलान  ए दास्तान  जारी कर ,
आज इबादत में मोहब्बत के नूर ए जहां को तू भी सलाम कर ,,
 आ कुछ यूं  बैठे दोनों और दुआ चाँद को देख कर करे
 की आज तारा भी टूट जाए हमारी  आशिकी देखकर
आज तारा भी टूट जाए हमारी  आशिकी देखकर.....

©Pragya Karn #mohabbat #love❤ #poem✍🧡🧡💛 #poetry❤ #nojoto❤ #shayri

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Pragya Karn

दूर होकर भी करीब पाया तुम्हें ,,
अब अपना नसीब बनाया तुम्हें,, 

गुस्सा होकर तुझसे, 
तुझसे ही बात करने को बेताब रहता है ये दिल ,, 

  शायद तेरे हर लहजे में जादू है कोई,,
जो दिल ने सबसे हसीन बताया तुम्हें ,,

हाय, ये कातिल आंखें और चेहरा मासूम,
शायद ,कुदरत ने फुरसत से बनाया तुम्हें

दिल और धड़कन में रहेते हो तुम ,,
एक पल भी नहीं भुलाया तुम्हें ,,

मेरा खिलना-मुरझाना है तेरे हाथों में,,
 लो अपना दामन फैलाया तुम्हें ,,

मेरे इन आंखों में तुम पढ़ लेना ,,,
 जो अब तक कह ना पाई तुम्हें ......

दूर होकर भी करीब पाया तुम्हे ,,
अब अपना नसीब बनाया तुम्हे ......

©Pragya Karn #tereliye #poem #poetry❤ #love❤ #writing #nojoto❤ #writing
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Pragya Karn

White एक घर में बचपन बीता ,दूसरे में जीवन बिताना पड़ता है ,
मां ,भाई ,बहन ,पापा का प्यार जाने कब दायरे में सिमट जाता है ,
उस घर आंगन भी जाने को सबसे इजाज़त लेना पड़ता है ,,
एक हाथ से कई रिश्ते छूटे, दूजा हाथ कई रिश्तों के लिए बढ़ाना पड़ता है ,, 
कभी मन से कभी बेमन सारे रिश्ते निभाने पड़ते है ,
किसी एक शख्स के खातिर पूरी जिंदगी बदलनी पड़ती  है ,
एक घर में बचपन बीता ,दूसरे में जीवन बिताना पड़ता है .....
एक घर में बचपन बीता,दूसरे में जीवन बिताना पड़ता है ......

©Pragya Karn #nojoto #poem #writing g #poetry
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Pragya Karn

भीड़ में एक अजनबी का सामना अच्छा लगा ,
चुपके से उसका एक झलक देखना अच्छा लगा ,
उसके होठों पे एक हंसी का आना अच्छा लगा ,
उसे देख आँखो में एक चमक का आना अच्छा लगा ,
किसी से बात करते करते उसका जिक्र होना अच्छा लगा ,
कहते कहते कुछ किसी का सोचना अच्छा लगा , 
भीड़ में एक अजनबी का सामना अच्छा लगा ......

©Pragya Karn #tereliye #nojoto❤ #poem✍🧡🧡💛 #love❤️

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Pragya Karn

White 

मां क्या कैसे क्यूं रखूं तुम पर छंद तुमने रचा, 
गढ़ा मुझको, हूं मैं तुम्हारी ही निबंध ,,

जन्नत का हर लम्हा दीदार किया  ,
गोद मे उठाकर जब मॉ तुने प्यार किया ,

मां तेरी ममता का दरिया इतना गहरा कि कोई थाह नहीं, 
होते हैं दिल में हजारों चोट मगर, मुंह में ईक आह नहीं ,,

मां क्या कैसे क्यूं रखूं तुम पर छंद तुमने रचा, 
गढ़ा मुझको, हूं मैं तुम्हारी ही निबंध .....

©Pragya Karn
  #mothers_day #Nojoto # Poem #Poetry
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Pragya Karn

बिछ चुकी  है बिसाते फिर से ,
फिर नया अब एक खेल होगा,
 कुर्सी बदलेगी या बदला कोई चेहरा होगा ,
फिर नया अब एक खेल होगा ....
सब के आगे अब हाथ जुड़ेंगे ,
गर्दन शीश भी अब डट के झुकेंगे ,
मुख से केवल अब फूल की बरसाते होंगी ,
वादों के फिर से नए मेले लगेगे,
फिर नया अब एक खेल होगा .....
आंखों में नई आशाएँ होगी ,
नित नई अभिलाषाएं होगी ,
फिर नया अब एक खेल होगा ....
आगे पीछे नारों की जयकार होगी ,
चमचों के सहारे होंगे ,
सबको अब ये एहसास होगा ,
हर व्यक्ति अब ख़ास होगा ,
फिर नया अब एक खेल होगा ...
फिर आएगी परिणाम की घड़ी ,
फिर सबके बहाने होंगे ,
जनता फिर मुनहार करेगी ,
नेताओ के द्वार पड़ेगी ,
नेता जी के होंगे जब सबके सामने ,
जाने कितने उनके बहाने होंगे ,,
फिर हमको मत का महत्व समझ आएगा ,
फिर नया अब एक खेल होगा .....
फिर नया अब एक खेल होगा ...

©Pragya Karn #nojotapp # chunav#poem #poetry

#nojotapp # chunavpoem #Poetry

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