अधिकतर लड़कियां गैर-ज़िम्मेदार लड़को के प्रेम में पड़ जाती हैं।
फिर उनसे ज़िम्मेदार बनने के लिए झगड़ा करती रहती है
और जब वो ज़िम्मेदार बन जाते हैं तो उनको छोड़ जाती है ये कह कर की अब तुम पहले जैसे नहीं रहे ।
#CalmingNature#अनुभव
Ashu Jaiswal
सुनो मिलने आओगी मुझसे ?
ये कविता मेरी सबसे पसंदीदा कविताओं में से एक है।
पसंद आए तो शेयर करें ❤️❤️ Internet Jockey #nojotovideo
चीख के थी वो बिताई रात हमने ,
जब उठाई कांधे पे बारात हमने ।
जब मरा वो अपना दंगे में तभी से,
नाम से अपने हटाई जात हमने । #शायरी
Ashu Jaiswal
कितनी अजीब बात है ?
मैं चाँद को रोज देखता हूँ,
देखता हूँ सूरज को रोज ढलते हुए,
ये तारे रोज ही तो चमकते हैं ।
पर नही देख पाता रोज जिसे वो हो तुम।
तुम्हें न देख पाना कोई गम सा तो नही है,
पर तुम्हें देखना किसी जन्नत से कम भी नही ।
तुम्हें देखना ऐसा है जैसे तपती गर्मी में पहली बारिश का होना या फिर किसी परिंदे का पहली दफा उड़ पाना या किसी बच्चे का घुटनों के बल चलने की पहली कोशिश जैसा या किसी कवि की पहली कविता जैसा ।
Ashu Jaiswal
होकर जुदा जोड़े परिंदों के गए मर देख तो,
इंसान को अब इश्क का कोई सलीक़ा ही नही ।
Ashu Jaiswal
तिरे है इश्क के मारे बताओ हम किधर जाएं ?
लगा था दूर जा कर तुमसे हम शायद सुधर जाएं ।
भले हो बात रोजाना बिछड़ने की हमारी पर,
बिछड़ने का कभी दिन आये तो दोनों मुकर जाएं ।
बहुत मुश्किल से हैं ये अब जुड़े टूटे हुए धागे,
न दो तुम गाँठ पर यूँ जोर की दोनों बिखर जाएं । #Shayari
Ashu Jaiswal
मतला और कुछ शेर 💞
हुआ होगा बहुत पहले कभी पर अब नही होता ।
किसी को इश्क भी अब यार बेमतलब नही होता ।
रहे मुत्तसिल सब वैसे हमेशा ही मिरे यारो,
जरूरत जब हुई जिसकी मुझे वो तब नही होता ।