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vijay4525739436762
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vijay

साहब एक अदना सा कवि हूँ। क्या पता कल रहूँ ना रहूँ, इसलिए जो भी हूँ बस अभी हूँ।😊

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vijay

अगर बर्बाद होना है ,तो खूबियां ढूंढ़ो शक्ल में।
करनी हो आबाद जिन्दगी, तो ढूढों खूबियां अक्ल में।।

जो फेरोगे उंगलियां उनकी बालों में
तो क्लियर करोगे ये साल कई सालों में।

हकीकत में जियो ये ज़िन्दगी
जि नहीं जाती ख़यालों में।

हमे मालूम है,हमे मालूम है।

दौर है ये इंटरनेट का, फिर भी 
पास होते है मैसेज रूमालों में।

नालायक हो तुम ,
 कैसे फ़स जाते हो ,
ऐसे-ऐसे बवालों में?

chirkut log...

©vijay #pen
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vijay

जा जा ढूंढ ले 
अच्छाई खुदमे और 
बुराई मुझमे

नही चाहिए अब ऐसा साथ 
बैठूंगा कभी शोक कर लूंगा
की क्यों थामा था तेरा हाथ।

जहा कद्र नही रिस्ते की
विश्वाशो का गला घोंटा है 
अब तो यही लगता है
तेरा घमंड बड़ा रिश्ता छोटा है।

किस बात का गुरुर है तुझे
और मुझे किस बात का गम
घमंड तेरे अंदर इतना है तो
हम भी ना रहेंगे कम।

छुटकारे की बात करती है 
जा दिया छुटकारा खुद से।
उम्मीद है खुश ही रहेगी 
होकर दूर मुझसे।😔
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vijay

मौत तो सबकी होगी 
लेकिन हमारी होगी तो
बड़ी मसहूर होगी। #PranabMukherjee
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vijay

एक दिन दुनिया रोज की तरह चल रही होगी,
रातें भी अपनी करवटे बदल रही होंगी
हम कसमकस में होंगे जिंदगी और मौत के 

आस पास सबकुछ ठीक सा होगा,
नियति भी खड़ा सामने ढीठ सा होगा।

साँसों की गिनती अंतिम चरण में गिनी जाएगी।
होगा लुभावन बहुत कुछ
जरासी चीजें भी ना रास आएंगी।
कुछ ही समय मे ये खबर लोगो तक जाएगी,
कुछ खिंचे चले आएंगे हमारी तरफ
कुछ की नीयत सामने आएगी।

होगा कोलाहल आसपास 
टूट जाएगा ये दृढ़ विश्वास।

जीन्दगी का पहिया तो चल पड़ा होगा।
मौत का गुप्तचर सामने खड़ा होगा।

यकायक बिलखन छूट पड़ेगी सबकी।

एक बांसों की सेज पड़ी होगी, 
एक माटी का ढेर पड़ा होगा।
अगले कुछ ही पल बीतेंगे, 
चार कंधा लिए कोई खड़ा होगा।

सब करेंगे अंतिम राम राम 
एक जिंदगी का हुआ काम तमाम।

रास्ते मे एक बारात सी निकलेगी।
लोग देख रास्ता छोड़ेंगे,
कई तो बेवजह मुँह मोड़ेंगे।
अपसकुन , सकून कोई बताएगा।
कोई आग हाँथ लिए आगे आगे रास्ता दिखायेगा।

चले चली जायेगी यात्रा अंतिम स्थान को,
एक और ज्योति पहुचेगी परमात्मा के धाम को।

पल भर में हम अछूत हो चूके होंगे।
अस्तित्व को इस धारा से खो चुके होंगे।

हाँथ लकड़ी आग लेकर 
ताक में कोई घूमेगा चारो ओर
तन लकड़ी लगेगी आग संग
जल कर माटी होगी होर।

राखों में हम ढूंढे जाएंगे।
अंत मे किसी नदी की सतह पर बिखर जाएंगे।


राम नाम परम सत्य है। #feather
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vijay

एक दिन दुनिया रोज की तरह चल रही होगी,
रातें भी अपनी करवटे बदल रही होंगी
हम कसमकस में होंगे जिंदगी और मौत के 

आस पास सबकुछ ठीक सा होगा,
नियति भी खड़ा सामने ढीठ सा होगा।

साँसों की गिनती अंतिम चरण में गिनी जाएगी।
होगा लुभावन बहुत कुछ
जरासी चीजें भी ना रास आएंगी।
कुछ ही समय मे ये खबर लोगो तक जाएगी,
कुछ खिंचे चले आएंगे हमारी तरफ
कुछ की नीयत सामने आएगी।

होगा कोलाहल आसपास 
टूट जाएगा ये दृढ़ विश्वास।

जीन्दगी का पहिया तो चल पड़ा होगा।
मौत का गुप्तचर सामने खड़ा होगा।

यकायक बिलखन छूट पड़ेगी सबकी।

एक बांसों की सेज पड़ी होगी, 
एक माटी का ढेर पड़ा होगा।
अगले कुछ ही पल बीतेंगे, 
चार कंधा लिए कोई खड़ा होगा।

सब करेंगे अंतिम राम राम 
एक जिंदगी का हुआ काम तमाम।

रास्ते मे एक बारात सी निकलेगी।
लोग देख रास्ता छोड़ेंगे,
कई तो बेवजह मुँह मोड़ेंगे।
अपसकुन , सकून कोई बताएगा।
कोई आग हाँथ लिए आगे आगे रास्ता दिखायेगा।

चले चली जायेगी यात्रा अंतिम स्थान को,
एक और ज्योति पहुचेगी परमात्मा के धाम को।

पल भर में हम अछूत हो चूके होंगे।
अस्तित्व को इस  माटी होगी होर।

राखों में हम ढूंढे जाएंगे।
अंत मे किसी नदी की सतह पर बिखर जाएंगे।


राम नाम परम सत्य है।
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vijay

एक दफ़ा दर्द दिल मे उठा था।
देख उसे कोई हमदर्द हो गया।
जब रहने लगा हमारे साथ-साथ
तो वही सिर दर्द हो गया।
😂🤣😂🤣





इसीलिए बाबा बन जाओ फायदे में रहोगे। #Cartoonbaba
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vijay

जो रास्ता तुझ तक जाता है,
वो आगे चलकर कही बिखर जाता है।
मैं तुझ तक तो पहुंच जाता हूं ।
लेकिन तू मुझ तक नही आ पाता है। #baat
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vijay

गुस्सा ,नखरा, कसम ,धोखा
क्या यही इश्क विश्क प्यार व्यार है।

छोड़ क्या कहूं तुझे, तू मेरा प्यार है।

माफ़ तुझे क्या करूँगा मैं   
जो मेरा दिल ही, मेरा गुनहगार है। #mentalHealth
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vijay

आज कल हवाओं का रुख पता नही चलता,
ना जाने कब ,कहाँ से ये आ जाती हैं।

मुझे भी अब कोई दर्द पता नही चलता,
ना जाने कब कौन कहाँ चली जाती है।

आदत सी पड़ गई है। #meltingdown
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vijay

धरती पर पानी की चादर ,
आसमां से छनता धूप का टुकड़ा।।
धरती लगभग सुनहरी सांवली,
जैसे मुस्कुराता प्रकृति का मुखड़ा।। #HopeMessage
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