किसी के लिए इश्क तो किसी के लिए फ़रेबी हैं....
ये तारीखें फरवरी हैं..
कपड़े उतरेंगे इश्क के नाम पे,,
फिर गटर में बहेंगे या गोद में रहेंगे...
मर्जी तुम्हारी हैं.... #nojotophoto
Sanjeet Kumar
Sanjeet Kumar
सीने में दर्द तेरा छुपाता रहा...
मगर झोके से ख्याल तेरा आता रहा है...
पुर्णमाषी की चाँद सा तेरा शबाब,,
ख्याल में बादलों को मैं छुपाता रहा...
Sanjeet Kumar
अब तेरी याद आएं न शायद....
ख्वाब हो जाएं वो लम्हें शायद....
कभी तन्हाईयों में जरूर सोचेंगे,,
मगर लवो पे तेरी नाम आएं न शायद...
Sanjeet Kumar
जख्म गर रुसवाईयों का है तो,
उसे सीने में ही दफ़्न कर दो...!
बाहर लोग आपके जज्बातो को तमाशेबीन कर देते हैं...!
Sanjeet Kumar
यूँ खफ़ा ना होया करो मेरी जाँ....
हर शक्ल में ढूँढ़ता हूँ तुम्हीं को,,,
ख्वाईशो से बढ़कर हो,,
सजदे में मांगा है तुम्हें....
Sanjeet Kumar
रो देता हूँ मैं,,
कि अपनी आँखें सुजा लेता हूँ...
गमों का नहीं मिलता कोई शागिर्द,,
तो खुद ही खुद को बहला लेता हूँ....
बड़े नाकिस्म का दौर चल रहा है,,
अपने मंजर का...
Sanjeet Kumar
यूँ तन्हा अकेला गुज़रता रहा ज़िन्दगी...
न कहीं भीड़ था, ना कहीं अकेला चला...
परछाई के साये में गुजरता रहा ज़िन्दगी,,,
यूँ तन्हा अकेला गुज़रता रहा ज़िन्दगी...
Sanjeet Kumar
तुम कहाँ पड़े हो...!
किसकी आस में खड़े हो,,,
सफ़र में हो सुनसान डगर मिलेगा...!
कोई नहीं है हम -राही...
Sanjeet Kumar
वफ़ा खो गई... जफ़ा हो गई.....
ज़ख़्म तस्सवुर -ए -दवा हो गई......
घुटन, तड़प, बेचैनी... सब है यहां....
तेरी याद है, कि दिल्ली की हवा हो गई....