आप सभी भारत वासियों को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ
कवि :हिन्दी -भोजपुरी गीतकार
सदाशिव यादव "बेगाना "प्रतापगढी़
मो -9069205300
Sadashiv Yadav
उ-प्र-जिला प्रतापगढ़ के भुपियामऊ में विराट कवि सम्मेलन में काव्यपाठ करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ
ये बीमार माँ का पिसर चाहता है
दुआओ में अपनी असर चाहता है
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सफ़र करते करते थका है मुसाफ़िर
कडी़ धूप में इक शजर चाहता है #nojotophoto
Sadashiv Yadav
इस नयें ज़मानें का सिलसिला नहीं कोई
दिल हमारा टूटा भी और मिला नहीं कोई
कैंसी बात फैली है हर तरफ ये "बेगाना "
आई है बहार पर गुल खिला नहीं कोई
कवि :हिन्दी-भोजपुरी गीतकार
सदाशिव यादव "बेगाना"प्रतापगढी़
मो-9069205300 #nojotophoto
Sadashiv Yadav
जादू -टोना जंतर- मंतर सात समुन्दर दिखता है
झील सी तेरी आँखों में इक मान सरोवर दिखता है
मेरी नही पर उसकी मानों सच बेगाना कहता है
तेरी भोली सूरत पे जो रूप कलंदर दिखता है
कवि :हिन्दी -भोजपुरी गीतकार
सदाशिव" बेगाना"प्रतापगढी़
मो -8368163732 #nojotophoto
Sadashiv Yadav
तेरी आशि़की का असर हो रहा है
दुपट्टा ये तेरा कहर हो रहा है
हुआ इस कदर मैं तो तेरा दीवाना
बेगाना तो सूखा सजर हो रहा है
कवि हिन्दी -भोजपुरी गीतकार
सदाशिव "बेगाना "प्रतापगढी़
मो-8368163732 #nojotophoto
Sadashiv Yadav
उधर से तुम्हारी ख़ुशी आ रही हैं। इधर से तो मेरी जान जा रही हैं
कही टूट जायें न माटी का खिलौना। लबों से हमारी हँसी जा रही हैं
कवि :हिन्दी -भोजपुरी गीतकार। सदाशिव यादव "बेगाना "प्रतापगढी़
मो -8368163732
Sadashiv Yadav
सुन पल भर ये प्यार पियादा रहता है
ढ़ली जवानी न जोर जियादा रहताहै
छोड़ के बापू के आंगन को जो तू चली गयी
बेगाना"फिर न ख्याल खियादा रहता है
Sadashiv Yadav
Sadashiv Yadav
बदरा बदरा सखि बरसत नाही
उमस उदर सुख ई पावत नाही
मुरझा तरू अरू ब्याकुल पंछी
शीतल समीर मन भावत नाही
Sadashiv Yadav
बरसे बदरा भीगें गजरा दादुर के दिन आई गयें
तरूवर झूमें गिरिवर सीझे देखके बल खाई गयें
मन मानत न कुछ जानत न बेलों की तरह लिप टाई गयें
बेगाना" बडे़ दिन बाद मिले हिया में तो समाई गयें
कवि :हिन्दी -भोजपुरी गीतकार सदाशिव यादव "बेगाना "प्रतापगढी़