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rashmiyadav3218
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Rashmi rati

Poetess and writer

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Rashmi rati

White  समझ नहीं आता  इस बेचैनी का  सबब  हमको
क्यूँ  रहती  है  सुख़न  की  इतनी  तलब  हमको
ख़ुद को  पाती  हूँ  हर वक़्त ख़्यालों  की  क़ैद में
कशमकश ए ज़िन्दगी से मिलेगी रिहाई कब हमको

©Rashmi rati #shayri #poetrycommunity #poetsofinstagram
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Rashmi rati

White ज़ज्बातों का समन्दर कुछ पल ठहर जाए 
ये जुनूँ ए उल्फत मेरे सर से  उतर जाए 
जिंदगी ऐसी हो,वैसी हो,जैसी तमन्ना नहीं 
अब तो किसी तौर भी  बस गुजर जाए

©Rashmi rati
  #sad_shayari #poetcommunity #poetclub #Poet #poetry_addicts
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Rashmi rati

White अफवाह ए  बाजार को  ना हवा दी जाए
जो हकीक़त है वो सबको दिखा दी जाए 
हर कोई नहीं है यहाँ जमूरा उसका 
ये बात उस मदारी को बता दी जाए

©Rashmi rati
  #election_results
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Rashmi rati

ज़िंदगी का हर फ़ैसला अपने आप लेते हैं 
रास्तों  पे कदमों  के  निशान छाप  देते हैं 
रौंद  देते  हैं  हालात  ज़मीं  पर  जिनको 
वही शख़्स आसमानों की बुलंदी नाप लेते हैं

©Rashmi rati
  #motivational shayri#poetry
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Rashmi rati

White अपने  वज़ूद में  मैं उसका असर  पाती हूँ
उसकी निगाहों में खुद की फ़िकर पाती हूँ
बैठी मिलती है माँ  अक्सर चौखट पे मुझे 
मैं जब  भी  लौटकर  अपने  घर आती हूँ

©Rashmi rati
  mother's day

mother's day #शायरी

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Rashmi rati

#RecallMemory # old memories # my poetry ✍️✍️

RecallMemory # old memories # my poetry ✍️✍️

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Rashmi rati

rashmi rati

©Rashmi rati #sad shayri # poetry # kavita # shayri community

sad shayri # poetry # kavita # shayri community

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Rashmi rati

नामर्दों की  भीड़  है  मुर्दा समाज है
निष्ठुर हृदय संवेदना का मोहताज है

हैवानियत  को  देख  सुन  हर  नजर सवालिया है
चुप है जो अब तक भी वो मानसिक दिवालिया है 

नोच रहे थे गिद्ध उन्हें गीदड़ों के सामने
निकलकर आया नहीं जिस्म कोई ढांकने

भारतीयों का सिर क्यूँ शर्म से झुका नहीं
पूछो ये सिलसिला क्यूँ अंत तक रुका नहीं 

कैसे तुमको  नींद  आई और कैसे तुम रह  पाए 
इतनी हिंसा इतनी जुल्मत आखिर कैसे सह पाए 

ये कहाँ का सुशासन है और कैसी सुरक्षा है
अब तो यकीं हो चला कि नपुंसक व्यवस्था है

इन आँखों में लहू है और जहन में उबाल है
उस  56  इंची  सीने  से  मेरा  इक सवाल है

घर जलता देखकर क्यूँ एक पल ठहरे नहीं 
तुम चुल्लू भर पानी में  क्यूँ डूब के मरे  नहीं

©Rashmi rati #मणिपुर
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Rashmi rati

rashmi rati

©Rashmi rati # manipur # narendra modi # politics # manipur news # poem #✍️✍️

# manipur # narendra modi # politics # manipur news # poem #✍️✍️

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Rashmi rati

rashmi rati

©Rashmi rati # shayri # poetry # ghazal # 🥀🥀🥀✍️✍️✍️✍️✍️

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