Nojoto: Largest Storytelling Platform
nikitakour5845
  • 193Stories
  • 1.2KFollowers
  • 3.9KLove
    1.3LacViews

#Nikita kour

I'm Nikita kour I'm a writer from Assam Guwahati Make your life straight with a new right decision. Because you never know when and where people in your life will come up with new ways to run your life, trapping you on a challenging path.

https://whatsapp.com/channel/0029VaC4s336rsQo32kM4x2U

  • Popular
  • Latest
  • Video
60500e54afb299082282fa36b9141e28

#Nikita kour

White I am like a quiet storm, I am like a quiet fire, I am like a calm wind, but if you try to put out a fire, the storm will not stop roaring at you till it surrounds you with its terrible thunders,

©#Nikita kour #Sad_Status nikita

#Sad_Status nikita

60500e54afb299082282fa36b9141e28

#Nikita kour

White I am like a quiet storm, I am like a quiet fire, I am like a calm wind, but if you try to put out a fire, the storm will not stop roaring at you till it surrounds you with its terrible thunders,

©#Nikita kour #sad_quotes nikita kour

#sad_quotes nikita kour

60500e54afb299082282fa36b9141e28

#Nikita kour

White You are playing with a red eyed thought whose eyes are not only red but it also looks straight into your eyes with a boldness

©#Nikita kour #sad_quotes
60500e54afb299082282fa36b9141e28

#Nikita kour

White दूसरों को मत परखो, खुद को परखो जब तक तुम्हें पता न चल जाए कि तुम्हारी परीक्षा ही तुम्हारा सुधार है

©#Nikita kour #hindi_diwas
60500e54afb299082282fa36b9141e28

#Nikita kour

60500e54afb299082282fa36b9141e28

#Nikita kour

White  अपने को  यह सीखाया है कि किसी व्यक्ति के सामने ज्यादा  झुक ना  मत , वह हमेशा हमें अपना रंग  दिखायेगे  और हम फिर भी विनम्र और चुप रहकर अपनें सारे तकलीफ कों हमारी आँखों से बेहती उन आंसु ओ के सात्   कियों   हम अपने आप को कंबल के नीचे रख कर  विनम्र बने रहें  , नही  ,कोई भि क्यो ना हो  अपने आप को इतना  विनम्र मत बनाओ ,कि लोग तूमको  कंबल के नीचे सूलाकर  ,और आपके भविष्य ओर  आपके  बिस्नेस   का   श्रद्धांजलि दे-दे  नहि जब तक हम् जीवित है  कोई भी चाहे वह आप का बिस्नेस हो चाहे वह आपका  भविष्य हो, जब तक आप  जीवित है कोई भी आप कों  मौत के घाट उतार कर आपका  भविष्य या आपके  बिस्नेस को श्रद्धांजलि नहीं दे सकता"

©#Nikita kour
  #women_equality_day nikita
60500e54afb299082282fa36b9141e28

#Nikita kour

As long as I am alive, no one can kill me, be it my business or my future, as long as I am alive, no one can pay tribute to my future or business

©#Nikita kour
   life quotes# nikita कौर

life quotes# nikita कौर #Life

60500e54afb299082282fa36b9141e28

#Nikita kour

White अगर किसी से मदद चाहिए तो मांग लो अगर उसकी पास क्षमता होगी तो आपकी जरूर मदद करेगा लेकिन बिना मांगे चला की करके उसे प्राप्त करने की कोशिश मत करना कहीं वह भारी ना पड़ जाए तुम्हें

©#Nikita kour
  #International_Chess_Day #nikita kour
60500e54afb299082282fa36b9141e28

#Nikita kour

मुंह से बोले गए शब्दों से ज्यादा लिखे गए शब्दों में ताकत होती है क्योंकि तुम्हारा एक सिग्नेचर किसी की भी जिंदगी को बदल सकता है

©#Nikita kour
  #nikita kour writer
60500e54afb299082282fa36b9141e28

#Nikita kour

Book quotes in Hindi नमस्ते मैं ओम हूं : हां नमस्ते : मैं निकिता हूं मैं शब्दों की  खेल  लिखने वाली लेखिका हूं : ओम ने कहा चलो आज देखते हैं कि एक लेखक  शब्दों के साथ कैसा खेलता है  निकिता ने ओम से कहा हम तो शब्दों से खेलते  हैं :  और तुम्हें कैसे खेलना पसंद है ओम ने निकिता को उत्तर देते हुए कहा : हम सीख रहे है दूसरों के चुप्पी से कैसा खेला जाए उसके लिए किताबें पढ़ रहा हूं,  निकिता ने ओम को उत्तर दिया ओह क्या तुम्हें पता भी है कि तुम किससे बात कर रहे हो : ओम ने कहा हां एक लेखिका से   : निकिता ने ओम से पूछा तुम किसकी चुप्पी पर हमला करके राज  करना चाहते हो : ओम ने कहा तुम्हारे  : निकिता ने ओम को उत्तर दिया : तुम अपना ज्ञान बढ़ाने के लिए किताबें पढ़ रहे हो लेकिन हम तुम्हारा ज्ञान बढ़ाने के लिए नए शब्दों से खेल रहे हैं :

©#Nikita kour
  #nikita# writer नमस्ते मैं ओम हूं : हां नमस्ते : मैं निकिता हूं मैं शब्दों की  खेल  लिखने वाली लेखिका हूं : ओम ने कहा चलो आज देखते हैं कि एक लेखक  शब्दों के साथ कैसा खेलता है  निकिता ने ओम से कहा हम तो शब्दों से खेलते  हैं :  और तुम्हें कैसे खेलना पसंद है ओम ने निकिता को उत्तर देते हुए कहा : हम सीख रहे है दूसरों के चुप्पी से कैसा खेला जाए उसके लिए किताबें पढ़ रहा हूं,  निकिता ने ओम को उत्तर दिया ओह क्या तुम्हें पता भी है कि तुम किससे बात कर रहे हो : ओम ने कहा हां एक लेखिका से   : निकिता ने ओम से

#nikita# writer नमस्ते मैं ओम हूं : हां नमस्ते : मैं निकिता हूं मैं शब्दों की खेल लिखने वाली लेखिका हूं : ओम ने कहा चलो आज देखते हैं कि एक लेखक शब्दों के साथ कैसा खेलता है निकिता ने ओम से कहा हम तो शब्दों से खेलते हैं : और तुम्हें कैसे खेलना पसंद है ओम ने निकिता को उत्तर देते हुए कहा : हम सीख रहे है दूसरों के चुप्पी से कैसा खेला जाए उसके लिए किताबें पढ़ रहा हूं, निकिता ने ओम को उत्तर दिया ओह क्या तुम्हें पता भी है कि तुम किससे बात कर रहे हो : ओम ने कहा हां एक लेखिका से : निकिता ने ओम से #Poetry

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile