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hardikkhare9449
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Hardik Khare

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Hardik Khare

अगर इल्म होता उनको मेरी मोहब्बत का .. !!!
 तो उनको हमसे नहीं ख़ुद से मोहब्बत हो जाती ..।।।

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Hardik Khare

क्या खरीदोगे ये बाजार बहुत महंगा है 
प्यार की ज़िद न करो प्यार बहुत महंगा है 

चाहने वालों की एक भीड़ लगी रहती है 
आज-कल आपका दीदार बहुत महंगा है 

इश्क़ मे वादा निभाना कोई आसान नहीं 
करके पछताओगे इक़रार बहुत महंगा है 

आज तक तुमने खिलौने ही ख़रीदे होंगे 
दिल है, ये दिल मेरे सरकार बहुत महंगा है 

हम सुकूं ढूंढने आए थे दुकानों में मगर
फिर कभी देखेंगे इस बार बहुत महंगा 

'राहत इंदौरी'

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Hardik Khare

खुदा महफूज रखे हमको इन तीनों बलाओ़ं से हकीमो से,वकीलों से,हसीनों की निगाहों से ॥

        ‌‌            'अकबर इलाहाबादी'

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Hardik Khare

कुछ बच्चे बहुत अच्छे होते हैं
वे गेंद और ग़ुब्बारे नहीं मांगते
मिठाई नहीं मांगते ज़िद नहीं करते
और मचलते तो हैं ही नहीं

बड़ों का कहना मानते हैं
वे छोटों का भी कहना मानते हैं
इतने अच्छे होते हैं

इतने अच्छे बच्चों की तलाश में रहते हैं हम
और मिलते ही
उन्हें ले आते हैं घर
अक्सर
तीस रुपये महीने और खाने पर।
'Naresh saksena'

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Hardik Khare

आज होलिका के अवसर पर जागे भाग्य गुलाल के जिसने मृदु चुंबन ले डाले हर गोरी के गाल के

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Hardik Khare

अपने चेहरे से जो ज़ाहिर है छुपाएँ कैसे 
तेरी मर्ज़ी के मुताबिक़ नज़र आएँ कैसे 

★★★
H

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Hardik Khare

तुम्हारी  जीत  हो  जाये  हमारी  हार  हो  जाये
संभल कर रह मेरे दिल कहीं फिर प्यार न हो जाये
यही बस सोचकर दिन भर खड़ा रहता हूँ राह में
अभी घर  से वो  निकलेगी  हमें  दीदार  हो  जाये।

Hardik

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Hardik Khare

दर्द हल्का है साँस भारी है
जिए जाने की रस्म जारी है
~ गुलज़ार

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Hardik Khare

मुझे लिखने के लिए,
 बस तेरा एक ख्याल ही काफी है ।

harshit

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Hardik Khare

“मैंने शहर को देखा और  मैं मुस्कुराया

वहाँ कोई कैसे रह सकता है
यह जानने मैं गया
और वापस न आया।”

- मंगलेश डबराल

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