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abhaybalrampuri9224
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Abhay Balrampuri

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Abhay Balrampuri

ख़ुशी के वास्ते गम ज्यादा कर लिया
मौहब्बत में हमने ये इरादा कर लिया 
उसकी खुशी के ख़ातिर उसे छोड़ दूँगा
आज मैने खुद से ये वादा कर लिया
©अभय बलरामपुरी

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Abhay Balrampuri

बालदिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ 
                

 चाहे जितने गम हो मुस्कुराना सीख लेते हैं 
                  वो खाली पेट को भी छुपाना सीख लेते है
                   यू मासूम चेहरे की तरफ मत देखो साहब
                छोटी सी उम्र मे बच्चे कमाना सीख लेते है।
        अभय बलरामपुरी

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Abhay Balrampuri

पानी का इक घूट तक ना पिया मेरी जां ने

मेरी जां को मालूम है मेरी जान की कीमत 
©अभय बलरामपुरी पानी का इक घूट तक ना पिया मेरी जां ने

मेरी जां को मालूम है मेरी जान की कीमत 
©अभय बलरामपुरी

पानी का इक घूट तक ना पिया मेरी जां ने मेरी जां को मालूम है मेरी जान की कीमत ©अभय बलरामपुरी #Shayari

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Abhay Balrampuri

साबन की पहली बारिश में बुला नही मैं तुमको पायी।
सर्दी की प्यारी रातो में भुला नही मैं तुमको पायी।

तस्वीरों को जब जब देंखूं सिसक सिसक कर रोती हूँ।
अपनी प्यारी तकिये से लिपट लिपट कर सोती हूँ।
तस्वीरों को तकिए के नीचे रखना ना मुझको भाया
सिर आता था उनके ऊपर इसीलिए नही रख पायी।

साबन की पहली बारिश में बुला नही मैं तुमको पायी।
सर्दी की प्यारी रातो में भुला नही मैं तुमको पायी।

तस्वीरों को जब जब देंखूं मुझे बहुत भाते हो।
कैसे कहूँ मेरी जाना याद बहुत तुम आते हो।
तुम्हारे गीत सुने थे हमने अपने विस्तर पर लेटे लेटे।
आहे भरी थी हमने अपने विस्तर पर सोते सोते।

भीगी थी बारिश में उस पल पर प्यार जता ना मैं पायी
साबन की पहली बारिश में बुला नही मैं तुमको पायी।
सर्दी की प्यारी रातो में भुला नही मैं तुमको पायी।
®अभय बलरामपुरी
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Abhay Balrampuri

जमाने से होकर हम  घायल पड़े हैं 
इक तेरे इश्क में होकर पागल पेड़ है

तुम्हारी आँखें और भी नशीली हो गयी हैं 
जब तुम्हारी आँखों मे ये काजल पड़े हैं 
 
यूँ ही नही आँखों भर आयी मुझे देखकर 
यूँ ही नही तेरे आंसू आँखों से चल पड़े हैं

मुझको मालूम है तुम्हें भी मौहब्बत हैं हमसे
शायद इसी बात पे जमाने वाले जल पड़े हैं
अभय बलरामपुरी जमाने से होकर हम  घायल पड़े हैं 
इक तेरे इश्क में होकर पागल पड़े है

तुम्हारी आँखें और भी नशीली हो गयी हैं 
जब तुम्हारी आँखों मे ये काजल पड़े हैं 
 
यूँ ही नही आँखों भर आयी मुझे देखकर 
यूँ ही नही तेरे आंसू आँखों से चल पड़े हैं

जमाने से होकर हम घायल पड़े हैं इक तेरे इश्क में होकर पागल पड़े है तुम्हारी आँखें और भी नशीली हो गयी हैं जब तुम्हारी आँखों मे ये काजल पड़े हैं यूँ ही नही आँखों भर आयी मुझे देखकर यूँ ही नही तेरे आंसू आँखों से चल पड़े हैं #Shayari

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Abhay Balrampuri

 मुझको तो बस हैं सिर्फ तेरा इंतज़ार
आजा आजा आजा आजा मेरे यार

हर मौसम लगता सुहाना 
रूठना तेरा मेरा मनाना 
इन बातों को फिर गाना 
होकर के पागल दीवाना

मुझको तो बस हैं सिर्फ तेरा इंतज़ार आजा आजा आजा आजा मेरे यार हर मौसम लगता सुहाना रूठना तेरा मेरा मनाना इन बातों को फिर गाना होकर के पागल दीवाना #Shayari #nojotophoto

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Abhay Balrampuri

तू ही तो है इश्क़ मेरा और तू ही मेरा साथी है।
उल्फ़त तो बस इक नज़र में होती है हो जाती है।

ना जाने क्यो इश्क़ से जलते हैं बेदर्द ज़माने में
तेरा मेरा साथ में चलना रास इन्हें ना आती है

आख़िरकार जुदा हो गए हम एक दूसरे से ऐसे
तुम्ही बताओ मौहब्बत में कुछ और भी बाकी है?
अभय बलरामपुरी तू ही तो है इश्क़ मेरा और तू ही मेरा साथी है।
उल्फ़त तो बस इक नज़र में होती है हो जाती है।

ना जाने क्यो इश्क़ से जलते हैं बेदर्द ज़माने में
तेरा मेरा साथ में चलना रास इन्हें ना आती है

आख़िरकार जुदा हो गए हम एक दूसरे से ऐसे
तुम्ही बताओ मौहब्बत में कुछ और भी बाकी है

तू ही तो है इश्क़ मेरा और तू ही मेरा साथी है। उल्फ़त तो बस इक नज़र में होती है हो जाती है। ना जाने क्यो इश्क़ से जलते हैं बेदर्द ज़माने में तेरा मेरा साथ में चलना रास इन्हें ना आती है आख़िरकार जुदा हो गए हम एक दूसरे से ऐसे तुम्ही बताओ मौहब्बत में कुछ और भी बाकी है

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Abhay Balrampuri

हमारे ही बुजुर्गो से हमारा मान जिन्दा है।
इनके ही होने से ये स्वाभिमान जिन्दा है। 
हम हैं सलामत जब तक हिन्दी सलामत है। 
हिन्दी के होने से ये हिन्दुस्तान जिन्दा है। 
अभय बलरामपुरी हमारे ही बुजुर्गो से हमारा मान जिन्दा है ।
इनके ही होने से ये स्वाभिमान जिन्दा है। 
हम हैं सलामत जब तक हिन्दी सलामत है 
हिन्दी के होने से ये हिन्दुस्तान जिन्दा है 
अभय बलरामपुरी

हमारे ही बुजुर्गो से हमारा मान जिन्दा है । इनके ही होने से ये स्वाभिमान जिन्दा है। हम हैं सलामत जब तक हिन्दी सलामत है हिन्दी के होने से ये हिन्दुस्तान जिन्दा है अभय बलरामपुरी #Shayari

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Abhay Balrampuri

ऐ चाँद तू खूबसूरत हैं तो कब तक नखरे दिखायेगाँ
ऐ भारत तेरा आशिक है दोबारा लौट कर आयेगाँ
अभय बलरामपुरी ऐ चाँद तू खूबसूरत हैं तो कब तक नखरे दिखायेगाँ
ऐ भारत तेरा आशिक है दोबारा लौट कर आयेगाँ
अभय बलरामपुरी
चन्द्रयान-2

ऐ चाँद तू खूबसूरत हैं तो कब तक नखरे दिखायेगाँ ऐ भारत तेरा आशिक है दोबारा लौट कर आयेगाँ अभय बलरामपुरी चन्द्रयान-2

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Abhay Balrampuri

इश्क़ है हमसे तुम पूछा करोंगी                                                              
सामने से बस मुझे देखा करोंगी                                                             
 
मैं हो गया  हूँ  तेरे  लिए पागल                                                              
इक पागल के साथ ऐसा करोंगी                                                           

मैं तुम्हारे लिए जां  दे सकता हूँ                                                              
और तुम मेरे साथ धोखा करोंगी                                                            
अभय बलरामपुरी इश्क़ है हमसे तुम पूछा करोंगी
सामने से बस मुझे देखा करोंगी
 
मैं हो गया  हूँ  तेरे  लिए पागल
इक पागल के साथ ऐसा करोंगी

मैं तुम्हारे लिए जां  दे सकता हूँ
और तुम मेरे साथ धोखा करोंगी

इश्क़ है हमसे तुम पूछा करोंगी सामने से बस मुझे देखा करोंगी मैं हो गया हूँ तेरे लिए पागल इक पागल के साथ ऐसा करोंगी मैं तुम्हारे लिए जां दे सकता हूँ और तुम मेरे साथ धोखा करोंगी

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