जमाने से होकर हम घायल पड़े हैं
इक तेरे इश्क में होकर पागल पड़े है
तुम्हारी आँखें और भी नशीली हो गयी हैं
जब तुम्हारी आँखों मे ये काजल पड़े हैं
यूँ ही नही आँखों भर आयी मुझे देखकर
यूँ ही नही तेरे आंसू आँखों से चल पड़े हैं #Shayari
Abhay Balrampuri
मुझको तो बस हैं सिर्फ तेरा इंतज़ार
आजा आजा आजा आजा मेरे यार
हर मौसम लगता सुहाना
रूठना तेरा मेरा मनाना
इन बातों को फिर गाना
होकर के पागल दीवाना
#Shayari#nojotophoto
Abhay Balrampuri
तू ही तो है इश्क़ मेरा और तू ही मेरा साथी है।
उल्फ़त तो बस इक नज़र में होती है हो जाती है।
ना जाने क्यो इश्क़ से जलते हैं बेदर्द ज़माने में
तेरा मेरा साथ में चलना रास इन्हें ना आती है
आख़िरकार जुदा हो गए हम एक दूसरे से ऐसे
तुम्ही बताओ मौहब्बत में कुछ और भी बाकी है
Abhay Balrampuri
हमारे ही बुजुर्गो से हमारा मान जिन्दा है ।
इनके ही होने से ये स्वाभिमान जिन्दा है।
हम हैं सलामत जब तक हिन्दी सलामत है
हिन्दी के होने से ये हिन्दुस्तान जिन्दा है
अभय बलरामपुरी #Shayari
Abhay Balrampuri
ऐ चाँद तू खूबसूरत हैं तो कब तक नखरे दिखायेगाँ
ऐ भारत तेरा आशिक है दोबारा लौट कर आयेगाँ
अभय बलरामपुरी
चन्द्रयान-2
Abhay Balrampuri
इश्क़ है हमसे तुम पूछा करोंगी
सामने से बस मुझे देखा करोंगी
मैं हो गया हूँ तेरे लिए पागल
इक पागल के साथ ऐसा करोंगी
मैं तुम्हारे लिए जां दे सकता हूँ
और तुम मेरे साथ धोखा करोंगी