बहुत अकेली हूँ इस शहर में क्या तुम मेरे साथी बन पाओगे क्या.....?
इस मतलब की दुनिया में क्या तुम मुझे मेरी माँ की तरह मोहब्बत कर पाओगे क्या...? #Shayari
PRIYANKA PARMAR
बेमतलब की दुनिया का किस्सा ही खत्म
अब जिस तरह की दुनिया उसी तरह के हम
PRIYANKA PARMAR
कुछ इस अदा से निभाना है
किरदार मेरा मुझको....
जिन्हे मोहब्बत न हो मुझसे
वो नफ़रत भी न कर सके......
PRIYANKA PARMAR
मुद्दतो के बाद नज़रों से गिरा है कोई
चोट काफी लगी है उसके गिरने से मुझे......😒😒