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naveenkumar7159
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नवीन नव

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नवीन नव

महाराणा प्रताप जयंती

          प्रताप के ताप की कहानी
                नवीन नव बीगोद 

   प्रताप के ताप की कहानी मैं सुनाता हूँ । 
   करतार के प्रताप के गीत गुन गुनाता हूँ ।।

 पन्द्रह सौ चालीस में आया था वो जहान में ।
 जीवन अपना लुटा गया इस माटी के मान में ।।

उदयसिंह का बेटा कीका जयवंता का लाड़ला ।
जयमल से पाई थी शिक्षा,भक्त महाकाल का ।। 

महाबली योद्धा को शत-शत शीश नवाता हूँ ।
प्रताप के ताप की कहानी मैं सुनाता हूँ ।।

पन्द्रह सौ बहत्तर में राज मुकुट माथे साजे  ।
दो क्विंटल आठ किलो वजन काया पे साधे ।।

सात फीट पाँच इंच सिंह-सी महाकाया ।
क्विंटल एकदस किलो वजन था उसने पाया ।।

ऐसे बलशाली योद्धा को नैनन में बसाता हूं ।
प्रताप के ताप की कहानी मैं सुनाता हूँ ।।

भील सेना सेनापति हकीम खा सुर पठान था ।
महल त्यागा घास निवाला योद्धा  महान था ।।

वित विपदा आई भारी अडिग वो सरदार का ।
अकबर भी कांप गया तीखी वो तलवार था ।।

महाबली महाराणा की सबको याद दिलाता हूं ।
प्रताप के ताप की कहानी मैं सुनाता हूँ ।।

जलाल खां मानसिंह ,भगवंतदास ,टोडरमल  ।
आए  राणा को दिखाने सुनहरा हर पल    ।।

अर्ध हिन्द का मालिक होगा त्याग दे मान को ।
धन दौलत होगी तेरी छोड़ स्वाभिमान को ।।

राणा बोला ,कह देना जाके, तुर्की शैतान को ।
शीश कटे पर झुके नहीं छोड़े ना हम मान को ।।

हिंदुजा सूरज त्याग मूरत मन में उसे बसाता हूँ ।
प्रताप के ताप की कहानी मैं सुनाता हूँ ।।

©नवीन नव महाराणा प्रताप जयंती

#MaharanPratapJayanti

महाराणा प्रताप जयंती #MaharanPratapJayanti

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नवीन नव

विश्व परिवार दिवस की हार्दिक शुभकामना

जहाँ प्यार प्रेम पनपता है संवरते संस्कार है ।
कर्तव्य निभाने को समझते अपना अधिकार है ।।
जहाँ हर सदस्य समर्पण को ही माने सर्वोपरि ।
वो ही सही मायने में बेस्ट सर्वश्रेष्ठ परिवार है ।।

            नवीन नव बीगोद

©नवीन नव विश्व परिवार दिवस

#Internationalfamilyday

विश्व परिवार दिवस #Internationalfamilyday

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नवीन नव

ईद मुबारक

अमन,चैन भाईचारा फैलाये ।
घर पे रहकर ,ईद मनाये ।।
रब जल्दी बरसाये रहमत ।   
मिलकर यही पुकार लगाये ।।

             नवीन नव बीगोद

©नवीन नव ईद मुबारक

ईद मुबारक

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नवीन नव

अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस 12 मई 

डॉक्टर भगवान नर्स वरदान

फ्लोरेंस नाइटिंगेल का जन्म दिवस ।
मनाते है अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस ।।
क्रीमियन युद्ध सैनिकों का इलाज ।
लेडी विद द लैंप कहलाई प्रथम नर्स ।।

नर्स का व्यक्तित्व 

माँ सा दुलार है ,हाथों में ।
दया स्नेह प्यार है, बातों में ।।
जब भी कोई रोगी कराहता ।
दौड़ी चली आती ,रातों में ।।

दिन रात करती देखभाल । 
लेती रहती  सार संभाल  ।।
बड़े प्यार से जवाब देती ।
जब कोई पूछता सवाल ।।

प्रेग्नेंसी हो या कोई ऐक्सिडेंट ।
आईसीयू में भर्ती कोई पेशेंट ।।
न घबराती हैं न चिल्लाती है ।
केयर करतीं है  हैंड टू हैण्ड  ।।

नवजात शिशु को  सहलाना ।
परिजनों को गुड न्यूज सुनाना ।।
कराहते रोगी हो या परिजन ।
सबका हर पल ,संबल बढ़ाना ।।

डॉक्टर दवाइयां लिखते हे ।
नर्सेज दवाइयां खिलाते है ।।
इनके स्नेह ,देखभाल से ।
मरे इंसान भी जी उठते  है ।।

कोरोना महामारी में डटे है  ।
रात दिन एक टाँग पे खड़े है ।।
संक्रमित रोगियों के बीच ।
कोरोना से जमकर लड़े है ।।

ये महज एक नौकरी नहीं ।
तनख्वाह की टोकरी नहीं ।।
ये ईश्वर के भेजे फरिश्ते है ।
बिन रिश्तों के बने रिश्ते है ।।

डॉक्टर भगवान,ये वरदान है ।
कोशिश से बचाते, जान है ।।
मानव सेवा परम सेवा है ।
इनका कर्म सबसे महान है ।।

अनहोनी होने पर धीरज धरों ।
गलती से भी अपमान ना करो ।।
ये मानव को बचाने वाले है ।
इनका हमेशा ही सम्मान करो ।।

डिस्चार्ज होने पर आभार करो ।
उनके संग अच्छा व्यवहार करो ।।
उनकी शहादत को कभी भूलो ना ।
खेरियत में दुआ ,हर बार करो ।।

नवीन नव बीगोद

©नवीन नव अन्तर्राष्ट्रीय नर्स डे

#COVIDVaccine

अन्तर्राष्ट्रीय नर्स डे #COVIDVaccine

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नवीन नव

काव्योत्कर्ष 2.0 का हुआ आयोजन मेरी प्रस्तुति
नवीन नव बीगोद

काव्योत्कर्ष 2.0 का हुआ आयोजन मेरी प्रस्तुति नवीन नव बीगोद

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नवीन नव

माँ  नसीब है

नवीन नव बीगोद

माँ से बचपन ,माँ से लड़कपन है ।
माँ से खिलता यौवन, पूरा जीवन है ।।

माँ से मेवे मक्खन ,महकते बर्तन  ।
माँ के हाथों का भोजन,भोग छप्पन हैं ।।

माँ से ही भूख प्यास, सारी मनुहार हैं ।
माँ के आशीष से ,पूरे होते सपन हैं ।।

माँ से रोशन है घर ,उजियारी दर ।
माँ कान्हा- सा रखती, करती जतन हैं ।।

माँ से त्योहार,उपहार और प्यार हैं ।
माँ से पूजन भजन ,दान कीर्तन हैं ।।

माँ ने आज भी संजोये है रीति रिवाज ।
 छुअन से छूमंतर, करती क्रंदन है ।।

माँ नहीं तो कुछ नहीं फीकी है जिन्दगी ।
महलों में बस, पसरा सूनापन है ।।

माँ नहीं तो जग में कोई अपना  नहीं   ।
चहुंओर अक्खड़-पन ,रूखापन है  ।।

नसीब तेरा नव ,तुझे माँ नसीब है ।
लाखों ने बिन माँ के, गुज़ारा जीवन है ।।

©नवीन नव मां नसीब है

#Flower

मां नसीब है #Flower

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नवीन नव

ज़रूरी तो नहीं

     नवीन नव बीगोद

बिजली चमके ,बारिश हो ज़रूरी तो नहीं ।
पूरी तेरी हर ,ख्वाहिश हो जरूरी तो नहीं ।।

किसी की अदाओं पर ,दिल हार बैठो तुम ।
तुम में भी वही, कशिश हो ज़रूरी तो नहीं ।।

क्यों ख़फ़ा हो जाते हो,हर बात पर तुम  ।
हर बात बस, साज़िश हो जरूरी तो नहीं ।।

अपना वही जो ,समझ ले दिल- ए - जज़्बात ।
हर बार ही, गुज़ारिश हो जरूरी तो नहीं ।।

कर्म कर धेर्य रख ,बेशक मिलेगा फल ।
हर काम में, सिफारिश हो जरूरी तो नहीं ।।

हर सवाल का जवाब मिलना कठिन है ।
कोशिश पर भी, बंदिश हो जरूरी तो नहीं ।।

आजकल वो बात नहीं कर रहा हमसे ।
पल रही कोई, रंजिश हो ज़रूरी तो नहीं ।।

कुछ चोटें अंदरूनी होती है नहीं दिखती ।
सबका इलाज मालिश हो ज़रूरी तो नहीं ।।

अगले को गुस्सा दिलाने को तुम गुस्सा करो ।
 मगर उसमें, तपिश हो ज़रूरी तो नहीं ।।

कुछेक परमानेंट खूबसूरत होते है ।
सभी चेहरों पे पॉलिश हो ज़रूरी तो नहीं ।।

ये समय है समय पर बदल जाएगा ।
हर रैन बस ,तिमिश हो जरुरी तो नहीं ।।

नकारने इतराने, वाले उमड़ आएंगे ।
जीवन सर्वदा गर्दिश हो जरूरी तो नहीं ।।

रिश्ते दिमाग से परखे जाने लगे हैं नव ।
हर इंसान में दानिश हो ज़रूरी तो नहीं ।।

©नवीन नव ज़रूरी

#Drops

ज़रूरी #Drops

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नवीन नव

ज़रूरी तो नहीं

    नवीन नव बीगोद

बिजली चमके ,बारिश हो ज़रूरी तो नहीं ।
पूरी तेरी हर ,ख्वाहिश हो जरूरी तो नहीं ।।

किसी की अदाओं पर ,दिल हार बैठो तुम ।
तुम में भी वही, कशिश हो ज़रूरी तो नहीं ।।

क्यों ख़फ़ा हो जाते हो,हर बात पर तुम  ।
हर बात बस, साज़िश हो जरूरी तो नहीं ।।

अपना वही जो ,समझ ले दिल- ए - जज़्बात ।
हर बार ही, गुज़ारिश हो जरूरी तो नहीं ।।

कर्म कर धेर्य रख ,बेशक मिलेगा फल ।
हर काम में, सिफारिश हो जरूरी तो नहीं ।।

हर सवाल का जवाब मिलना कठिन है ।
कोशिश पर भी, बंदिश हो जरूरी तो नहीं ।।

आजकल वो बात नहीं कर रहा हमसे ।
पल रही कोई, रंजिश हो ज़रूरी तो नहीं ।।

कुछ चोटें अंदरूनी होती है नहीं दिखती ।
सबका इलाज मालिश हो ज़रूरी तो नहीं ।।

अगले को गुस्सा दिलाने को तुम गुस्सा करो ।
 मगर उसमें, तपिश हो ज़रूरी तो नहीं ।।

कुछेक परमानेंट खूबसूरत होते है ।
सभी चेहरों पे पॉलिश हो ज़रूरी तो नहीं ।।

ये समय है समय पर बदल जाएगा ।
हर रैन बस ,तिमिश हो जरुरी तो नहीं ।।

नकारने इतराने, वाले उमड़ आएंगे ।
जीवन सर्वदा गर्दिश हो जरूरी तो नहीं ।।

रिश्ते दिमाग से परखे जाने लगे हैं नव ।
हर इंसान में दानिश हो ज़रूरी तो नहीं ।।

©नवीन नव ज़रूरी नहीं

#Drops

ज़रूरी नहीं #Drops

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नवीन नव

दानवीर भामाशाह जयंती विशेष 
    भामाशाह सा नहीं दानवीर ।

महाराणा सा नहीं कोई वीर ।
शत्रु को छलनी करती तीर ।।
दानी तो जग में है  हजारों ।
भामाशाह सा नहीं दानवीर ।।

जैन कुल ,पिता थे भारमल ।
राणा का, बढ़ाया अर्थबल ।।
मातृभूमि के किया है अर्पण ।
गुजरा कल आने वाला कल ।।

जीवन भर की पूंजी चढ़ाई ,
उससा नहीं कोई कर्मवीर ।
दानी तो जग में है  हजारों ,
भामाशाह सा नहीं दानवीर ।।


पच्चीस हज़ार सैनिक बारह वर्ष ।
जीवन निर्वाह ,कर सके संघर्ष ।।
त्याग ,स्वामिभक्ति,की वो मूरत ।
निभा के फ़र्ज़ दिला गया उत्कर्ष ।।

राणा संग भामा अमर हुए ,
उन सा नहीं कोई धर्मवीर ।
दानी तो जग में है  हजारों ,
भामाशाह सा नहीं दानवीर ।।


नवीन नव बीगोद

©नवीन नव भानाशा 

#stay_home_stay_safe

भानाशा #stay_home_stay_safe

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नवीन नव

व्यंग्य 

एफबी - पोस्ट - लाइक - कमेंट

नवीन नव बीगोद

एक दिन मेरे स्टूडेंट ने कहा सर ।
फेसबुक पर आपकी पोस्ट पर ।।
गिने चुने लाइक ,नज़र आते हैं  । 
फ्रेंड लिस्ट तो ठसाठस पाते हैं ।।

कमेंट बॉक्स का तो बुरा हाल हैं ।
उपलब्धि पर भी,हाल बेहाल हैं ।।
वीडियो पर तो हजारों व्यूज हैं ।
फीडबैक का तो उड़ा फ्यूज हैं ।।

प्रोग्राम के ढेरों ,फोटो डालते हो ।
सबकी तारीफों के पुल बांधते हो ।।
ताज्जुब तो  तब होता है जब  ।
कमेंट में चन्द ही इमोजी पाते हो ।।
 

ये बाते आप अच्छे से जानते हो ।
फिर भी नित नव पोस्ट डालते हो ।।
इन प्रश्नों का,आज उत्तर दीजिए  ।
दिल में दफ़न है राज़ बयां कीजिए  ।।


उसके प्रश्न हल करना ज़रूरी था  ।
जिज्ञासा शांत करना मजबूरी था ।।

सच्च है लाइक कमेंट नहीं मिलते  ।
हम दूसरों पर रिएक्ट नहीं करते ।।
ये दुनिया टिट फॉर टेट वाली है ।
हम नहीं करते वो भी नहीं करते ।।

कुछ लाइक करते वो लाइक करते है ।
कुछ नहीं करते डिसलाइक करते है ।।
अधिकांश मित्र हमसे अपरिचित है ।
 परिचित तो पोस्ट को स्वाइप करते है  ।।

अपने ही अपनों से जलते है ।
पोस्ट देखकर  हाथ मलते है ।।
मोबाइल कहीं हैंग न हो जाये ।
इसलिए नित पोस्ट डालते है ।।

एफबी पोस्ट को रिपीट करती है ।
हर रोज़ यादें,हमसे मीट करती  है ।।
जाने के बाद पोस्ट स्मृति शेष रहेगी ।
हर एक याद इसमें सबमिट रहती है  ।।


रिएक्शन मोह माया पोस्ट कर्म है ।
मन आहत न करना सच्चा धर्म है ।।
सद् कर्म करे ,फल की आश न करे।
मानव सेवा करना ही परम धरम  है ।।

उग्र पोस्ट पे ढेरों लाइक मिल जाएंगे ।
 हम खुद की नज़रों में गिर जाएंगे ।।
काज अपनी आत्मा के लायक करे ।
खुद की पोस्ट को खुद ही लाइक करे ।

वक्त जाया न करे ,लाइक पाने में ।
वक्त लगादे खुद को लायक बनाने में ।।
जीवन अनमोल है कुछ कर गुजरों ।
कुछ नहीं रखा झूठी खुशामद पाने में ।।

©नवीन नव Facebook

#Drops

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