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jeetchouhan7799
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Jeet Chouhan

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Jeet Chouhan

निजी स्कूलों में निःशुल्क प्रवेश के लिये आवेदन 10 जून से प्रारंभ

अंतिम तिथि 30 जून तक, ऑनलाइन प्रवेश के लिये लाटरी 6 जुलाई 2021 को

विगत सत्र में पात्र रहे बच्चों को भी मिलेगा निःशुल्क प्रवेश का अवसर

कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों को ऑनलाइन लॉटरी में प्राथमिकता
 
शिक्षा का अधिकार कानून के तहत, सत्र 2021-22 में प्रायवेट स्कूलों की प्रथम कक्षा में निःशुल्क प्रवेश के लिये ऑनलाइन आवेदन 10 जून 2021 से किए जा सकेंगे। ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 30 जून 2021 निर्धारित की गई है। इस संबंध में आर.टी.ई पोर्टल www.educationportal.mp.gov.in/Rte Portal पर ऑनलाइन आवेदन-पत्र का प्रारूप उपलब्ध कराया गया है।

पात्रतानुसार निजी विद्यालय में निःशुल्क प्रवेश के लिए आवेदकों का चयन, ऑनलाइन लॉटरी के माध्यम से 6 जुलाई 2021 को किया जायेगा। इस वर्ष की निःशुल्क प्रवेश प्रक्रिया में कोविड-19 से माता-पिता या अभिभावक की मृत्यु के कारण अनाथ हुए बच्चों को ऑनलाइन लॉटरी में प्राथमिकता दी जायेगी। संचालक, राज्य शिक्षा केन्द्र श्री धनराजू एस ने इस संबंध में समय-सारणी जारी करते हुए सभी ज़िला कलेक्टर्स एवं अन्य अधिकारियों को विस्तृत निर्देश दिये हैं। निर्देश और समय-सारणी आर.टी.ई पोर्टल पर भी उपलब्ध हैं।

समय-सारणी के अनुसार, वंचित समूह एवं कमजोर वर्ग के आवेदक अपना आवेदन ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से 10 से 30 जून 2021 तक जमा कर पंजीयन कर सकते हैं। फार्म के साथ पात्रता संबंधित कोई भी एक दस्तावेज अपलोड किया जाना होगा। ऑनलाइन आवेदन के बाद आवेदकों को इसी अवधि में दस्तावेजों का सत्यापन संबंधित संकुल केन्द्र वाले स्कूल में अधिकृत सत्यापनकर्ता अधिकारी से करवाना होगा। आवेदक ने आर.टी.ई. में निःशुल्क प्रवेश के लिये जिस केटेगरी या निवास क्षेत्र के माध्यम से प्रवेश चाहा है, उस केटेगरी और निवास प्रमाण का सत्यापन, संबंधित मूल प्रमाण-पत्र से किया जायेगा। लाटरी के पूर्व ही दस्तावेज सत्यापन हो जाने से आवेदकों को स्कूल आवंटित होने के बाद दस्तावेजों की त्रुटि या अभाव में, एडमिशन निरस्त होने की समस्या उत्पन्न नहीं होगी।

ऑनलाइन आवेदन करने में कोई समस्या या कठिनाई होने की स्थिति में संबधित विकासखंड के बीआरसी कार्यालय में संपर्क किया जा सकता है। एन.आई.सी. द्वारा 6 जुलाई 2021 को पारदर्शी तरीके से ऑनलाइन लॉटरी के माध्यम से छात्रों को निजी स्कूलों में सीट का आवंटन किया जायेगा। लॉटरी प्रक्रिया के बाद आवंटित सीट की जानकारी आवेदक को उसके पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एसएमएस के माध्यम से दी जायेगी। ऑनलाइन लॉटरी की सूची आर.टी.ई. पोर्टल पर भी उपलब्ध रहेगी। साथ ही स्कूल आवंटन की जानकारी बीआरसीसी कार्यालय के सूचना पटल पर भी दर्शित की जायेगी।

किसी आवेदक को आवेदन प्रारुप प्राप्त करने अथवा जमा करने में कोई दिक्कत हो या उन स्कूलों की जानकारी चाहिए हों, जहाँ सीटें खाली हैं, तो आर.टी.ई. पोर्टल, जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय, सर्व शिक्षा अभियान के ज़िला परियोजना कार्यालय अथवा विकासखण्ड स्रोत केन्द्र कार्यालय में संपर्क किया जा सकता है।

नर्सरी, के.जी.-1 और के.जी-2 कक्षाओं में प्रवेश के लिये न्यूनतम आयु 3 से 5 वर्ष और कक्षा-1 मे प्रवेश के लिये न्यूनतम आयु 5 वर्ष से अधिकतम 7 वर्ष तक निर्धारित की गयी है। आयु के संबंध में मूल प्रति से मिलान न करने की स्थिति में अथवा मूल प्रति प्रस्तुत न करने की स्थिति में आवेदक को अपात्र माना जायेगा।

सत्र 2021-22 में प्रवेश के लिये आवेदक की आयु की गणना 16 जून 2021 की स्थिति में की जायेगी। आवेदक द्वारा जन्म प्रमाण-पत्र में अंकित तिथि ही ऑनलाइन आवेदन में दर्ज की जाये।

सत्र 2020-21 की रिक्त सीटों पर निःशुल्क प्रवेश के लिये जानकारी

कोविड-19 के कारण शिक्षा का अधिकार अधिनियम के प्रावधान के तहत सत्र 2020-21 के प्रवेश नही हो पाये थे, परन्तु आरटीई प्रावधान के तहत जो बच्चे आयु अनुरूप सत्र 2020-21 के लिये पात्र थे, उन पात्र बच्चों को इस योजना का लाभ हो सके, इसे ध्यान में रखते हुए जिन आवेदकों द्वारा सत्र 2020-21 के लिये आवेदन किये जायेंगे, उनकी आयु की गणना 16 जून 2020 की स्थिति से की जायेगी।

सत्र 2020-21 के लिए आवेदन करने की स्थिति में आवेदक/अभिभावक के लिये यह स्पष्ट किया गया है कि उक्त सत्र में बच्चे को आवटित कक्षा नोशनल (Notional) होगी। यानी प्रवेशित बच्चा, वास्तविक रूप से प्रवेश की अगली कक्षा में पढ़ेगा।

#MPFightsCorona
#JansamparkMP

©Jeet Chouhan #SuperBloodMoon
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Jeet Chouhan

उलझनों और कश्मकश में,
उम्मीद की ढाल लिए बैठा हूँ।
ऐ ज़िंदगी तेरी हर चाल के लिए, मैं दो चाल लिए बैठा हूँ।

लुत्फ़ उठा रहा हूँ मैं भी आँख-मिचोली का,
मिलेगी कामयाबी, हौसला कमाल का लिए बैठा हूँ।

चलो मान लिया, दो-चार दिन नहीं मेरे मुताबिक,
गिरेबान में अपने, ये सुनहरा साल लिए बैठा हूँ।

ये गहराइयां, ये लहरें, ये तूफ़ां, तुम्हें मुबारक़,
मुझे क्या फ़िक्र, मैं कश्तीयां और दोस्त, बेमिसाल लिए बैठा हूँ...!!

©Jeet Chouhan #Hopeless
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Jeet Chouhan

*होकर किसी और की तू हमे खुश रहने का ज्ञान ना दे*

*तू अपने आशिक़ का ख्याल रख हमारे उपर ध्यान ना दे*

©Jeet Chouhan #standAlone
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Jeet Chouhan

तुम्हें पता है, अक्सर ऐसा होता है कि कुछ लिखने की कोशिश करता हूँ पर लिख नही पाता! शायद मुकम्मल से लफ्ज़ ही नही मिलते मेरे अधमरे से एहसासों को ज़ाहिर करने के लिये! बार-बार कुछ टाइप करता हूँ, बार-बार क्लियर कर देता हूँ! बेचैन सा हो जाता हूँ कुछ लिखे बिना! सचमुच बहुत बुरा महसूस होता है जब कलम का साथ छूटता दिखायी पड़ने लगता है! कमबख़्त दिल भी ताने देने लगता है कि क्यूँ,क्या हुआ तुझे, अपने आप को बहुत बड़ा लेखक कहता है न! आज कुछ लिख क्यूँ नही पा रहा तू? जानती हो, एक कलमकार के लिये ना लिख पाना उसके लिये सबसे बड़ी हार है! उसका सबसे बड़ा दु:ख, उसकी सबसे बड़ी चिन्ता! उसके कलम में उसकी जान बसती है और जब वो कुछ लिख नही पाता न तो ऐसा लगता है जैसे आहिस्ते-आहिस्तेउसके जिस्म से उसकी जान निकल रही है! ऐसे में तुम्हारा ख़्याल चुपचाप से दबे पाँव मेरे ज़हन के दरवाज़े पर दस्तक दे देता है! हाँ तुम्हारा ख़्याल! और मुझसे कहता है कि क्यूँ फ़िक्र करता है दोस्त! मैं हूँ न, तू मुझपर लिख! मुझे लफ्ज़ों में सहेज, मुझपर अपनी कलम चला जैसे हर बार चलाता है!बस, फिर मैं तुम्हें लिखना शुरू करता हूँ एक दफ़ा फिर से! फिर से तुम्हें अपने जज़्बातों में घोलना शुरू करता हूँ! फिर से तुम्हें अपने लफ्ज़ों में सहेजना शुरू करता हूँ! फिर से तुम्हारी यादों की स्याही से कुछ नज़्में ढ़ालना शुरू करता हूँ! फिर से तुम्हारे ख़्यालों के पुल से अपने खाली कलम की नदी को पार करना शुरू करता हूँ और आख़िरकार फिर से मैं तुम्हारे होने से अपने कलम को खोने से बचा ही लेता हूँ!सचमुच, तुम हो तो सबकुछ है मेरे लिये! मेरी दुनिया, मेरी ज़मीन, मेराआसमां, मेरा चांद, मेरा सूरज, मेरा आज, मेरा कल, मेरा सबकुछ! पर जब से तुम नही हो मेरे दर्मयाँ तब से मेरा 'सब कुछ' मेरे 'कुछ नही' तक जा पहुँचा है! डूबने लगा हूँ मैं तन्हाइयों के समंदर में और मुझे डर हैकि कहीं वाकई में मैं डूब ही न जाऊँ! इससे पहले कि मेरा वजूद नेस्तानाबूद हो जाए, आओ बचालो मुझे! आओ न, मुझे ज़रूरत है तुम्हारी औरं कितने हद तक है तुम बाख़ूबी जानती हो!
 इसीलिये कहता हूँ प्लीज़ आ जाओ! प्लीज़!!!

©Jeet Chouhan #standAlone
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Jeet Chouhan

मशीनी दौर हैं साहब ....

उंगली से delete कर दी जाती हैं 

       उम्र भर की यादें ..!

©Jeet Chouhan #touchthesky
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Jeet Chouhan

विनोद खन्ना द्वारा लिखी गई आत्मकथा की खूबसूरत पंक्तियां .............. 

"जब मुझे पर्याप्त आत्मविश्वास मिला.... तो मंच खत्म हो चुका था.... जब मुझे हार का यकीन हो गया तब मैं जीता...... जब मुझे लोगों की जरूरत थी... उन्होंने मुझे छोड़ दिया.... जब रोते हुये मेरे आँसू सूख गए.... तो मुझे सहारे के लिए कंधा मिल गया.... जब मैंने नफरत की दुनिया में जीना सीख लिया... किसी ने मुझे दिल की गहराई से प्यार करना शुरु कर दिया.... जब सुबह का इंतजार करते करते मे सोने लगा... सूर्य निकल आया..... यही जिंदगी है... कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप क्या योजना बना रहे हैं आप कभी भी नहीं जान पाते हैं कि जीवन आपके लिए क्या योजना बना रहा है... सफलता आपका दुनिया से परिचय कराती है और असफलता आप को दुनिया का....! इसलिए हमेशा खुश रहो!!
अक्सर जब हम आशा खो देते हैं और लगता है कि यह अंत है भगवान ऊपर से मुस्कराते हैं और कहते हैं कि...शांत रहो वत्स...यह सिर्फ एक मोड़ है अंत नहीं है..... अनंत है!!!

©Jeet Chouhan #feellove
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Jeet Chouhan

ज़िन्दगी सिसकी से शुरू होकर " हिचकी पर ख़त्म हो जाने वाला एक मुख़्तसर तरीन अमल है " जो शुरू मिट्टी के ऊपर होता है !
लेकिन ख़त्म हमेशा मिट्टी के निचे होता है ख़ाक से बने इंसान को तब तक समझ नहीं आती जब तक ख़ाक की ख़ुराक नहीं हो जाता ।

©Jeet Chouhan #Eid-e-milad

#Eid-e-milad

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Jeet Chouhan

उलझनों   और कशमकश में,
उम्मीद की ढाल लिए बैठा हूँ।

ए जिंदगी! तेरी हर चाल के लिए,
मैं दो  बेहतर  चाल लिए बैठा हूँ |

लुत्फ़ उठा रहा हूँ मैं भी तुम्हारी आँख -मिचोली का,
मिलेगी कामयाबी,  हौसला कमाल का लिए बैठा हूँ l

चल मान लिया, दो-चार दिन नहीं मेरे मुताबिक़,
गिरेबान में अपने, ये  सुनहरा साल लिए बैठा हूँ l

ये गहराइयां, ये लहरें, ये तूफां, तुम्हें हो मुबारक  मेरी  हमसफर,
मुझे क्या फ़िक्र, मैं कश्तियां और दोस्त बेमिसाल लिए बैठा हूँ।

©Jeet Chouhan #MorningTea
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Jeet Chouhan

हम बिखरकर बिखरने की वजह बता रहे थे
हम कितने सही थे इस दुनिया को ये जता रहे थे
अगर हम सही थे तो वह लोग कौन थे
जो खुद बिखरकर लोगों को संवरना सिखा रहे थे

©Jeet Chouhan #Eid-e-milad

#Eid-e-milad

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Jeet Chouhan

गुजर रही हैं उम्र,
पर जीना अभी बाकी हैं 
जीन हालातों ने पटका है जमीन पर,
उन्हें उठकर जवाब देना अभी बाकी हैं।

चल रहा हूँ मन्जिल के सफर मैं,
मन्जिल को पाना अभी बाकी हैं,
कर लेने दो लोगों को चर्चे मेरी हार के,
कामयाबी का शोर मचाना अभी बाकी हैं।

वक्त को करने दो अपनी मनमानी,
मेरा वक्त आना अभी बाकी है,
कर रहे है सवाल मुझे जो loser समझ कर,
उन सबको जवाब देना अभी बाकी हैं।

नीभा रहा हूँ अपना किरायदार जिदंगी के मंच पर
पर्दा गीरते ही तालीयाँ बजना अभी बाकी हैं,
कुछ नहीं गया हाथ से अभी तो,
 बहुत कुछ पाना बाकी हैं...! ! ! !

©Jeet Chouhan #walkingalone
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