Nojoto: Largest Storytelling Platform
sakshishankhdhar5913
  • 138Stories
  • 363Followers
  • 1.7KLove
    768Views

Sakshi Shankhdhar

proud to be brahaman 🌜sakshi Shankhdhar💥 🔶Simple#and#sweet 🔶Only shayr 😀🎶🎻 Profession; HR in minda carporation follow me on Instagram-- दिल की बात कुछ अनकहे अल्फ़ाज़..... and u can find out me on Google ... plz support me guys ...

  • Popular
  • Latest
  • Repost
  • Video
76f4750272306486fa4005c7f113be04

Sakshi Shankhdhar

राधा जो कृष्ण की प्राणप्रिये है,
गिरधर जो मीरा के प्राण प्रिए है।
किशोरी को कृष्ण की देह मिली,
मीरा जो एक दर्श को पागल है।

ए विधाता तेरे भी खेल निराले है,
एक  सबकुछ पाके भी जीत न सकी,
एक अपनी ही हार में पागल है।


दोनो की चाह तो कृष्ण  ही है,
एक के जीवन में विरह है लिखा,
एक जो पाने को पागल है।

कृष्ण प्रियतम दोनो के ही थे
एक जो विवाह बंधन में बंध ना सकी
दूजी जो बिन फेरो के ही पागल है।

कृष्ण जो दुनियां के पालक है,
राधा जिसने है प्रेम सिखाया,
मीरा जो भक्ति में पागल है।

©Sakshi Shankhdhar  कविताएं

कविताएं

76f4750272306486fa4005c7f113be04

Sakshi Shankhdhar

मनमोहना ने वृंदावन में ऐसा मोह लिया,
मोहन की मनमोहक छवि पर मोहित हो गई।

©Sakshi Shankhdhar
76f4750272306486fa4005c7f113be04

Sakshi Shankhdhar

White हर एहसाह को लफ्जों में व्यक्त करना जरूरी नहीं,
कुछ एहसास आंखो से ही पढ़ लिया करो।

©Sakshi Shankhdhar #Sad_Status
76f4750272306486fa4005c7f113be04

Sakshi Shankhdhar

White कुछ मंज़िल के रास्ते भी
बहुत खूबसूरत होते है,

©Sakshi Shankhdhar #Sad_Status
76f4750272306486fa4005c7f113be04

Sakshi Shankhdhar

76f4750272306486fa4005c7f113be04

Sakshi Shankhdhar

😊नंदलाल की हट 😊

हट कर रहे नंदलाला, 
मईया मोह चांद जमीं पर ला दे,
जौ कितनो सुंदर लागे, जाए देख मन है लुभावे, 
जौ लागे राधा के मुख के जैसो, मोहे हाथ में रख दिखला दे।

मईया मोह चांद जमीं पर........

 है नंदरानी समझाती, जौ चंदा तो दूर बसत है, 
जाए कैसे जमीं पर लाऊं। 
इतनी सुन लाला ने ,
 वो तो मईया मईया रोए, 
बलदाऊ सत्य कहत मैं लाला नाही तुम्हारा, 
गर लाल तुम्हारो होतो तौ चंदा लाई दिखलाती......

मईया मोह चांद जमीं पर ला दे...

जे बात लाला को सुन के,
 मईया मन ही मन मुस्काईं,
नंदलाल को पास बुलाया,
एक पात्र में जल भर लाई,
चंदा का प्रतिबंब दिखाया,
देख लाल चांद की छाया , लाला ताली बजा के हंसते,।

मईया मोह चांद जमीं.....

 जो सृष्टि का है रचियता,
जिस पर टिकी है दुनियां सारी,
जिसकी मर्जी के बिना भी,
न हिलता एक भी पत्ता,
जो ख़ुद है मायावी,
फंस गए है मईया की माया में,
बस यहीं तो ममता पाने, श्री हरि से तेरा लाला बन के आया।

मईया मोह चांद जमीं.....

©Sakshi Shankhdhar #Janamashtmi2020  Entrance examination प्रेरणादायी कविता हिंदी Sushant Singh Rajput हिंदी दिवस पर कविता कविता कोश arvind adhar  writer Cs Thakur  Suraj Singh Bhadauria  kashmir  ༆☬ȼħħøŧᵾ☬༒꧂

#Janamashtmi2020 Entrance examination प्रेरणादायी कविता हिंदी Sushant Singh Rajput हिंदी दिवस पर कविता कविता कोश arvind adhar writer Cs Thakur Suraj Singh Bhadauria kashmir ༆☬ȼħħøŧᵾ☬༒꧂

76f4750272306486fa4005c7f113be04

Sakshi Shankhdhar

#SadStorytelling अंतरात्मा

#SadStorytelling अंतरात्मा #Poetry

76f4750272306486fa4005c7f113be04

Sakshi Shankhdhar

. साक्षी शंखधर

©Sakshi Shankhdhar अंतरात्मा

अंतरात्मा #Poetry

76f4750272306486fa4005c7f113be04

Sakshi Shankhdhar

76f4750272306486fa4005c7f113be04

Sakshi Shankhdhar

कुछ इस तरह दिन बदलने लगे....

क्या गांव क्या शहर सब बदलने लगे,
जब एक घर में ही कई चूल्हे जलने लगे।
कुछ इस तरह दिन बदलने लगे......।

जिस पिता ने बनाया था जज्बातों का आशियाना,
उनके बेटे नफ़रत की दीवार घर मे खड़ी करने लगे।
कुछ इस तरह दिन बदलने लगे....।

जिसने पाला बड़े प्यार से अपने बच्चो को,
वही बच्चे ममता पर सवाल करने लगे,
कुछ इस तरह दिन बदलने लगे......


जब तक  दौलत रही घर मे इज्ज़त रही,
दो रोटी घर मे सकूं से मिली,
कर धोखा अपने ही मां बाप से,
नाम कर ली  सारी संपत्ति अपने नाम पर,
अब क्या जनाब,
बूढ़े मां बाप दर दर भटकने लगे,
कुछ इस तरह दिन बदलने लगे......।

©Sakshi Shankhdhar #Life
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile