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anilgangwar199406440
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anil.gangwar.1994000

I am a teacher and a poet

anil.gangwar.1994000@gmail.com

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शायरी अनिल की

शायरी अनिल की #कविता

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शायराना अंदाज़

शायराना अंदाज़ #शायरी

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anil.gangwar.1994000

रोने का मन करता पर चेहरे की हंसी नहीं जाती।
ये जिम्मेदारी है न इस चक्कर में नींद नहीं आती।।

©anil.gangwar.1994000 #coldwinter
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चारा साजों की चारासाजी से दर्द बदनाम तो न होगा।
दवा दो हां मगर ये बता दो इससे आराम तो न होगा।।

©anil.gangwar.1994000
  #LetMeDrowm शायरी अनिल कि।

#LetMeDrowm शायरी अनिल कि।

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परीक्षायें पास करते जा रहे हैं।
तुम पे विश्वास करते जा रहे हैं।
बिखरते सपनों को घर चाहिए।
निरंतर प्रयास करते जा रहे हैं।।

©anil.gangwar.1994000 शायरी अनिल की।

शायरी अनिल की।

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जिसने दुनियादारी खातिर जिससे जितना गहरा रिशता रक्खा।
समझो उसने दुनिया खातिर ख़ुद को कितना सस्ता रक्खा।।

©anil.gangwar.1994000
  शायरी अनिल की।।

शायरी अनिल की।।

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रो पड़ा हूं मैं सुनकर  ऐसी खबर।
बता के मैं आया था उसको शहर।
यहां पढ़ते रहे हम, नौकरी के लिए।
ले गया कोई तब तक उसे अपने घर।।

©anil.gangwar.1994000
  #DilKiAwaaz
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दर्द गाऊं तो मै ये कहा तक सनम।
देर से घर मैं जाऊं कहां तक सनम।
अब अकेले रहेंगे ये निश्चय किया है।
उसको मैं भी मनाऊं कहां तक सनम।।

©anil.gangwar.1994000
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तेरा दीदार करने, मैं कालेज रोज जाता।
तुझे देख खिलखिलाते, मैं भी मुस्कराता।
हैं मोहब्बत तुम्हें भी, है मोहब्बत हमें भी।
कभी सुन तुम न पातीं कभी कह मैं न पाता।।
गंगवार अनिल

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जो सबको सम्हालता है उसे कौन सम्हाले।
कोई ऐसा भी तो हो जो हमें भी निभा ले।।
खुशियां अपनी जिसने दांव पर लगा दी हो।
कोई पूछे हाल हमारा और इससे बचा ले।।

©anil.gangwar.1994000
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