जैसे सुन्न पड़ी शाम में कोई पक्षी चहक जाता है
उसका नाम भी सुनले तो ये दिल बहक जाता है
वो है फ़ूलों से भरी हुई एक चमन सी
जिस रास्ते से गुज़र जाए वो रास्ता महक जाता है
क्या खूब अता की हैं खुदा ने अदाएं उसको
कि देखकर हर कोई उसको ठहर जाता है
आरिफ बुंदेलखंडवी
जैसे सुन्न पड़ी शाम में कोई पक्षी चहक जाता है
उसका नाम भी सुनले तो ये दिल बहक जाता है
वो है फ़ूलों से भरी हुई एक चमन सी
जिस रास्ते से गुज़र जाए वो रास्ता महक जाता है
क्या खूब अता की हैं खुदा ने अदाएं उसको
कि देखकर हर कोई उसको ठहर जाता है