और वे चले गए याद अपनी छोड़कर!दरभंगा शहर के पंडासराय मोहल्ला के गंगा पोद्दारजी !भाकपा माले के सदस्य तो नही थे लेकिन बहुत ही मज़बूत समर्थक।प्रेस में कम्पोजिंग करने से लेकर गार्ड तक काम किया लेकिन कभी किसी पर निर्भर नही रहे।हमलोग कहते थे कि अब काम छोड़िए,बच्चे संभालेंगे!वे कहते थे कि जबतक सामर्थ्य है,किसी पर बोझ नही बनूंगा।भाजपाई प्रभाव वाले मुहल्ले के भीतर हिन्दू-मुस्लिम भाईचारे के प्रतिनिधि के बतौर स्थापित थे।सब तरह के विरोध को नकारते हुए उन्होंने अपना झोपड़ीनुमा मकान माले कार्यालय को दिया और हमलोग क #nojotophoto
देवेन्द्र साहु
देवेन्द्र साहु
फासीवादी सरकार को ध्वस्त करें!
भाकपा(माले) को मजबुत करें!! #nojotophoto
फलसफा समझो न असरारे सियासत समझो,
जिन्दगी सिर्फ हकीक़त है हकीक़त समझो,
जाने किस दिन हो हवायें भी नीलाम यहाँ,
आज तो साँस भी लेते हो ग़नीमत समझो। #nojotophoto