सोचकर लिखना कभी आया नहीं मैंने कभी कुछ सोचकर के ना लिखा मैंने गढ़ी कुछ काव्य रचना इस तरह जो दिखा वो देखकर जो मन में आया लिख दिया
आदित्य शेखर त्रिपाठी (जज़्बाती_कलम)
आदित्य शेखर त्रिपाठी (जज़्बाती_कलम)
आदित्य शेखर त्रिपाठी (जज़्बाती_कलम)
आदित्य शेखर त्रिपाठी (जज़्बाती_कलम)
आदित्य शेखर त्रिपाठी (जज़्बाती_कलम)
आदित्य शेखर त्रिपाठी (जज़्बाती_कलम)