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अनुज कन्नोजिया

अधूरी मोहब्ब्त को शब्दों का सहारा दे रहे है।।

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अनुज कन्नोजिया

वर्ण से मिलकर जैसे बने है शब्द,

वैसे ही तुमसे मिलकर बने है मेरी डायरी के शब्द.... #baatein #hindi #diary #love
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अनुज कन्नोजिया

#MetroStories
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अनुज कन्नोजिया

ये पुष्प भी ढूढंते है उन हाथों को,

जिनके वजह से आज मेरी पुस्तकों में सूखे पड़े है।
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अनुज कन्नोजिया

झुमकों के बाजार में,
कल देख लिया परिचित ने,
आज पूरे शहर में अफवाह है,
मेरे इश्क़ में होने की। अफवाहों से दूर रहे....
Stay Away From Roumurs....

#poetrycommunity #shayari

अफवाहों से दूर रहे.... Stay Away From Roumurs.... #poetrycommunity shayari

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अनुज कन्नोजिया

माँ सती की देह को हाथ मे लिए,
जगत संहारक भगवान शिव,
इस प्रेम को गाथा को शब्दों में लिख सकना नामुमकिन है,
प्रेम का यह स्वरूप अमर है। #शिवशक्ति
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अनुज कन्नोजिया

तुम्हारे बदल जाने की परवाह नही है मुझे,

तुम आज भी मुझमें पहले जैसी ही बसी हो। #प्रेम #एकतरफा #Love #OneSided
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अनुज कन्नोजिया

अपने पति शिव के लिए अपशब्द सुन माँ सती ने अपने पिता के घर देह को त्याग दिया,

जगत संहारक उस देह के साथ पूर्ण सृष्टि में बेसुध चल रहे थे,

शक्ति से शिव के इस प्रेम का वर्णन कोई नही कर सकता,

जगत का संचालन बनाये रखने के श्रीहरि ने अपने सुदर्शन शिव से उस मां सती की देह को अलग किया (माँ सती के उन अंगों से 52 शक्तिपीठ बने),

प्रेम शिव को भी अश्रु दे सकता,शक्ति शिव के विराह को लिखना असम्भव सा है,

इस प्रेम को यदि जान लिया तो प्रेम के प्रति कुछ ऐसी आस्था हो जाएगी की प्रेमी को ईश्वर सा पूजने लगोगे,

प्रेम साधारण सी भावना है जो आपके पूर्ण जीवन को असाधारण बना देती है।। #Shiv #Shakti #ShivShakti
#प्रेम
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अनुज कन्नोजिया

शाखों से जीवन भर साथ रहने का वादा कर,

पत्ते पतझड़ में टूट कर बिछड़ जाते हैं ।
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अनुज कन्नोजिया

कुछ दिन पृष्ठो और कलम से दूरी क्या बना ली,

शहर में नए टूटे आशिक़ शायरी करने लगे । सालों दर्द से शब्दकोष भरा है,
अभी यहां पहुंचने में दूरी बहुत है तुम्हारी ।
#DissShayari

सालों दर्द से शब्दकोष भरा है, अभी यहां पहुंचने में दूरी बहुत है तुम्हारी । #DissShayari

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अनुज कन्नोजिया

तुम्हारे लिए लिखे कई पत्र,
आज भी लिफाफों में बन्द पड़े है,
जिसमें अल्फाज से ज्यादा मेरे जज्बात बन्द है,
वही जज्बात जो मैं तुम्हे कभी व्यक्त नहीं कर पाया । #अनकहे_अल्फ़ाज़
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