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muskansharma7206
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M. Vats Maratha

Everything Good

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M. Vats Maratha

Ciber Crime 

kl shaam ki hi baat hai kisi ne Meri nojoto I'd ka missuse Kiya or mere naam ka missuse bhi Kiya. Sharm aani chahiye un logon ko Jo itne bure kaam krte ho 
bevjh logo ki I'd hack krte ho or uska missuse krte ho.
kitne bhi chalak bn lo police ko sb pta h.
Aise criminals ko to Sja honi chahiye. साइबर क्राईम 
सावधान रहिए 
सतर्क रहिय!

साइबर क्राईम सावधान रहिए सतर्क रहिय!

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M. Vats Maratha

God is always near.
😊 God

God

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M. Vats Maratha

मैं सिर्फ खुदा की रचना हूं!

( Read in caption ) मैं कोई नदी नहीं जो भावनाओं में बह जाऊं,
मैं कोई पहाड़ नहीं जो एक जगह अड़ी रह जाऊं।
मैं कोई फूल नहीं जो नाज़ुक सी बनकर रह जाऊं,
मैं कोई कांटा नहीं जो किसी को भी चुभ जाऊं।
मैं कोई खुशबू नहीं जो किसी भी स्थान में भर जाऊं,
मैं कोई मुश्क नहीं जो किसी की नफरत का कारण बन जाऊं।
मैं कोई धरा नहीं जो हर ग़म बेवजह सहती चली जाऊं,
मैं कोई आकाश नहीं जो खुली हवा सी बहती चली जाऊं।

मैं कोई नदी नहीं जो भावनाओं में बह जाऊं, मैं कोई पहाड़ नहीं जो एक जगह अड़ी रह जाऊं। मैं कोई फूल नहीं जो नाज़ुक सी बनकर रह जाऊं, मैं कोई कांटा नहीं जो किसी को भी चुभ जाऊं। मैं कोई खुशबू नहीं जो किसी भी स्थान में भर जाऊं, मैं कोई मुश्क नहीं जो किसी की नफरत का कारण बन जाऊं। मैं कोई धरा नहीं जो हर ग़म बेवजह सहती चली जाऊं, मैं कोई आकाश नहीं जो खुली हवा सी बहती चली जाऊं।

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M. Vats Maratha

क्या दुनिया मुझे मेरा किरदार बताएगी?

(Read in caption) कुछ बेफिजूल की बातों का मजाक बनाएगी,
क्या अब दुनिया मुझे मेरा किरदार बताएगी?

जो था ही नहीं उसे बताएगी,
जो सच है उसे छुपाएगी।
आखिर क्या सचमुच 
मेरी अंतरात्मा को ठुकराएगी,
क्या सचमुच दुनिया अब मुझे मेरा किरदार बताएगी?

कुछ बेफिजूल की बातों का मजाक बनाएगी, क्या अब दुनिया मुझे मेरा किरदार बताएगी? जो था ही नहीं उसे बताएगी, जो सच है उसे छुपाएगी। आखिर क्या सचमुच मेरी अंतरात्मा को ठुकराएगी, क्या सचमुच दुनिया अब मुझे मेरा किरदार बताएगी?

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M. Vats Maratha

खुद को खुद से जीतना है!

(Read in caption) खुद को खुद से जीतना है,
संघर्ष के पसीने से भीगना है।
दुनिया को हरा कर जिंदगी से जीतना है,
अकेले ही सफर तय करके जीतना है!

दुनिया लाख कोशिश करेगी गिराने की,
लेकिन तुझे अंतर्मन की भावना से जीतना है।
तू जीव है जीवंत है आदि है अनन्त है,

खुद को खुद से जीतना है, संघर्ष के पसीने से भीगना है। दुनिया को हरा कर जिंदगी से जीतना है, अकेले ही सफर तय करके जीतना है! दुनिया लाख कोशिश करेगी गिराने की, लेकिन तुझे अंतर्मन की भावना से जीतना है। तू जीव है जीवंत है आदि है अनन्त है,

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M. Vats Maratha

जिंदगी की जंग जीतने के लिए खुद से हारना पड़ता है!

( Read in caption ) जिंदगी की जंग जीतने के लिए 
खुद से हारना पड़ता है,
हां, खुद जिंदा रहते हुए 
खुद को मारना पड़ता है!

चुपचाप हर बात 
को सहना पड़ता है,
जो दुनिया को पसंद आए

जिंदगी की जंग जीतने के लिए खुद से हारना पड़ता है, हां, खुद जिंदा रहते हुए खुद को मारना पड़ता है! चुपचाप हर बात को सहना पड़ता है, जो दुनिया को पसंद आए

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M. Vats Maratha

मैं अपनी खुशी में खुश रहना चाहती हूं!

(Read in caption) मैं अपनी खुशी में खुश रहना चाहती हूं!
दुनिया की भीड़ भाड़ से दूर रहना चाहती हूं।
दुनिया से दूर रहकर अपनी एक अलग पहचान बनाना चाहती हूं।
लोग जाल में फंसने कि करते हैं कोशिश,
लेकिन मैं खुद को बुरा बताकर मोह माया से दूर जाना चाहती हूं!
मैं अपनी खुशी में खुश रहना चाहती हूं!

ना मुझे जिंदगी में कोई डगर चाहिए,

मैं अपनी खुशी में खुश रहना चाहती हूं! दुनिया की भीड़ भाड़ से दूर रहना चाहती हूं। दुनिया से दूर रहकर अपनी एक अलग पहचान बनाना चाहती हूं। लोग जाल में फंसने कि करते हैं कोशिश, लेकिन मैं खुद को बुरा बताकर मोह माया से दूर जाना चाहती हूं! मैं अपनी खुशी में खुश रहना चाहती हूं! ना मुझे जिंदगी में कोई डगर चाहिए,

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M. Vats Maratha

मैं शक्ति हूं!

(Read in caption) मैं शक्ति हूं..!

मैं कर्म हूं, मैं फल हूं,
मैं अग्नि हूं, मैं जल हूं।
मैं आज हूं, मैं कल हूं,
मैं निष्कपट हूं मैं निश्छल हूं!

मैं व्यक्ति हूं, मैं समाज हूं,

मैं शक्ति हूं..! मैं कर्म हूं, मैं फल हूं, मैं अग्नि हूं, मैं जल हूं। मैं आज हूं, मैं कल हूं, मैं निष्कपट हूं मैं निश्छल हूं! मैं व्यक्ति हूं, मैं समाज हूं,

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M. Vats Maratha

Happy
April Fool
😅 #Aprilfool
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M. Vats Maratha

अंतहीन आकाश

(read in caption) मुझ अंतहीन आकाश को भला!
क्या चंद मुठ्ठी भर दुनिया बांध पाएगी?
मैं हूं विस्तृत और रहस्यमयी शक्ति,
जैसे शब्दों ने रची हो भावों की अभिव्यक्ति।
क्या इस सच को दुनिया जान पाएगी?
मुझ अंतहीन आकाश को भला!
क्या चंद मुट्ठी भर दुनिया बांध पाएगी?

मुझ अंतहीन आकाश को भला! क्या चंद मुठ्ठी भर दुनिया बांध पाएगी? मैं हूं विस्तृत और रहस्यमयी शक्ति, जैसे शब्दों ने रची हो भावों की अभिव्यक्ति। क्या इस सच को दुनिया जान पाएगी? मुझ अंतहीन आकाश को भला! क्या चंद मुट्ठी भर दुनिया बांध पाएगी?

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