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licaao1928545912357
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कुंदन

काव्य और हिंदी साहित्य के प्रति घोर निष्ठावान... “हम बाहरी दुनिया में तब तक शांति नहीं पा सकते हैं जब तक कि हम अन्दर से शांत न हों।”

https://www.instagram.com/pinkujha12/

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कुंदन

कुछ तो तेरे मौसम ही मुझे रास न आये ,
और कुछ मेरी मिट्टी में बगावत भी बहुत थी।

©कुंदन #Shayar 

#Mic
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कुंदन

जिनके आँगन में अमीरी का शहर बसता है ,
उनका हर ऐब भी जमाने को हुनर लगता है ।

©कुंदन #Shayar #Dil 

#Nature
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कुंदन

कोई कांटा, कोई पत्थर नही है,
फिर तू सीधे रस्ते पे नही है ।
मैं इस दुनिया के अन्दर रह रहा हूँ,
ये दुनिया मेरे अन्दर नही हैं ।।

©कुंदन #Jindagi 

#safarnama
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कुंदन

साँस भी एक ...नही है तेरे बस में ,
फिर ये जिंदगी तेरा गुरूर कैसा है ।

©कुंदन #booklover
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कुंदन

इतने खामोश भी रहा न करो 
गम जुदाई में यूं किया न करो 

ख्वाब होते हैं देखने के लिए 
उनमें जा कर मगर रहा न करो 

कुछ न होगा गिला भी करने से 
जालिमों से गिला किया न करो

अपने रुत्बे का करो कुछ लिहाज 
यार सब को बना लिया न करो

©कुंदन #Trending 

#booklover
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कुंदन

खुलकर हँसती औरतें

खुलकर रोता आदमी

बेशक कलियुग की

दो सहेजने वाली बातें हैं

©पिंकू कुमार झा #AkelaMann
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कुंदन

पिंकू कुमार झा

©पिंकू कुमार झा #poem #hasya
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कुंदन

जहाँ संस्कार फलते हैं,
जहाँ प्रेम-पुष्प खिलते हैं।
मिलता जहाँ सच्चा प्यार
वही तो है परिवार ॥

मर्यादा निज अनुशासन,
अद्भुत अनुपम अपनापन,
जीवन का सर्वाधार
वही तो है परिवार ॥

माँ की ममतामयी ममता,
करुणामयी पिता की समता,
संयोग-योग का सार
वही तो है परिवार ॥

जाना है कहीं भी जाना,
लौट वहीं पर आना,
पाना आश्रय हर बार।
वही तो है परिवार ॥

स्नेह की नित्य हवा है,
हर दर्द की जहाँ दवा है,
सदा रहती बाग बहार
वही तो है परिवार ॥

©पिंकू कुमार झा #poem

#DearCousins
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कुंदन

माया भूली है लज्जा ,प्रकृति भुलयो संस्कार,
कब तू जनम लियो हे कल्कि अवतार ।
पूत न बुझे मात को , न करें भार्या पति सम्मान,
करे है सब मुखन से प्रेम,कोई करें न चरित्र का मान ।
ज्यो बनियो है चतुर चालाक सब करे है उनके पदपुजन ।
उतरन परत है दुख की नैया ,ज्यो बनियो सत चित सज्जन । 
गलती करै जो अकड़ के चले ,छुप छुप चले स्नेही ,
गलती करे कोई  दूसरा  ,पर परीक्षा देवे वैदेही ।
कलियुग आयो है शीर्ष पे ,अब न करियो विस्तार,
लियो प्रगट इस कलियुग मा ,जैसे लियो है नव अवतार ।

©पिंकू कुमार झा #findyourself
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कुंदन

मेरी पलकों पे ख़्वाब रहने दो
खुद की इस्लाह कर सकूं मैं भी
मुझको कुछ तो खराब रहने दो 
इतने ज़यादा गुनाह नहीं अच्छे 
कुछ तो बाकी सवाब रहने दो 
देख लो एक नज़र मुझे यूँ ही 
मुझमें शामिल शबाब रहने दो

©पिंकू कुमार झा #Love 

#letter
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