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shivasarswat4660
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संस्कृतसर्वत्र

संस्कृताय जीवनम्👍

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संस्कृतसर्वत्र

यौवनं धनसम्पत्तिः प्रभुत्वमविवेकिता।
एकैकमप्यनर्थाय किमु यत्र चतुष्टयम्।।
अर्थ~
यौवन, धन संपत्ति, प्रभुता और
अविवेक इनमें से एक भी अनर्थ करने वाला है।
लेकिन जिसके पास ये चारों हों,
उसके विषय में कहना ही क्या !

©संस्कृतसर्वत्र #Rose यौवनं धनसम्पत्तिः प्रभुत्वमविवेकिता।
एकैकमप्यनर्थाय किमु यत्र चतुष्टयम्।।

अर्थ- यौवन, धन संपत्ति, प्रभुता और अविवेक इनमें से एक भी अनर्थ करने वाला है। लेकिन जिसके पास ये चारों हों, उसके विषय में कहना ही क्या !

#Rose यौवनं धनसम्पत्तिः प्रभुत्वमविवेकिता। एकैकमप्यनर्थाय किमु यत्र चतुष्टयम्।। अर्थ- यौवन, धन संपत्ति, प्रभुता और अविवेक इनमें से एक भी अनर्थ करने वाला है। लेकिन जिसके पास ये चारों हों, उसके विषय में कहना ही क्या !

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संस्कृतसर्वत्र

यौवनं धनसम्पत्तिः प्रभुत्वमविवेकिता।
एकैकमप्यनर्थाय किमु यत्र चतुष्टयम्।।
अर्थ~
यौवन, धन संपत्ति, प्रभुता और
अविवेक इनमें से एक भी अनर्थ करने वाला है।
लेकिन जिसके पास ये चारों हों,
उसके विषय में कहना ही क्या !

©संस्कृतसर्वत्र #Rose
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संस्कृतसर्वत्र

गुणा:सर्वत्र पूज्यन्ते

©Shiva sarswat #paper
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संस्कृतसर्वत्र

साहित्यसङ्गीतकलाविहीनः साक्षात्पशुः पुच्छविषाणहीनः ।

तृणं न खादन्नपि जीवमानस्तद्भागधेयं परमं पशूनाम् ॥

©Shiva sarswat #Rose
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संस्कृतसर्वत्र

शुक्लपक्षे तृतीयायां वैशाखे मङ्गले दिने |
भवतु वृद्धिरक्षय्यी भवतु सर्वमङ्गलम् ||

#अक्षयतृतीया
#संस्कृत सर्वत्र 
#Samskrit sarvatra

©Shiva sarswat #zindagikerang
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संस्कृतसर्वत्र

#5LinePoetry देवो रुष्टे गुरुस्त्राता गुरो रुष्टे न कश्चन:।
गुरुस्त्राता गुरुस्त्राता गुरुस्त्राता न संशयः।।

अर्थ – भाग्य रूठ जाये तो गुरू रक्षा करता है। गुरू रूठ जाये तो कोई नहीं होता। गुरू ही रक्षक है, गुरू ही शिक्षक है, इसमें कोई संदेह नहीं।,

©Shiva sarswat
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संस्कृतसर्वत्र

न कालो दण्डमुद्यम्य शिरः कृन्तति कस्यचित् ।
कालस्य बलमेतावत् विपरीतार्थदर्शनम् ।।
– महाभारत

©Shiva sarswat #RAMADAAN
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संस्कृतसर्वत्र

गते शोको न कर्तव्यो भविष्यं नैव चिन्तयेत् ।
वर्तमानेन  कालेन वर्तयन्ति विचक्षणाः ॥

बीते हुए समय का शोक नहीं करना चाहिए और भविष्य के लिए परेशा न नहीं होना चाहिए, बुद्धिमान तो वर्तमान में ही कार्य करते हैं ॥

©Shiva sarswat शाश्वतानन्द #rayofhope  Preeti Dr. Sonia shastri K K Sharma

#rayofhope Preeti Dr. Sonia shastri K K Sharma #समाज

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संस्कृतसर्वत्र

एक ही दिन में पढ़ लोगे क्या मुझे❗ 
मैंने खुद को लिखने में कई साल लगाये हैं।‼️

©Shiva sarswat शाश्वतानन्द #faraway
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संस्कृतसर्वत्र

यथा ह्येकेन चक्रेण न रथस्य गतिर्भवेत्❗ एवं पुरुषकारेण विना दैवं न सिद्ध्यति ‼️ 

अर्थात् : जैसे एक पहिये से रथ नहीं चल सकता है उसी प्रकार बिना पुरुषार्थ के भाग्य सिद्ध नहीं हो सकता है ||
  ★शिवम्

यथा ह्येकेन चक्रेण न रथस्य गतिर्भवेत्❗ एवं पुरुषकारेण विना दैवं न सिद्ध्यति ‼️ अर्थात् : जैसे एक पहिये से रथ नहीं चल सकता है उसी प्रकार बिना पुरुषार्थ के भाग्य सिद्ध नहीं हो सकता है || ★शिवम् #nojotovideo

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