Nojoto: Largest Storytelling Platform
ashabkhan1565
  • 785Stories
  • 481Followers
  • 5.6KLove
    244Views

Ashab Khan

मरहूम को बचपन से बड़ा आदमी बनने का शौक था मंटोइयत जौनियत दरवेश

  • Popular
  • Latest
  • Video
9151f02eec662d0c3ccb0b3134a0ff4c

Ashab Khan

डॉक्टर साहब यहां पर सीने में एक खला सा है अजीब वहशत है यहां तो शायद दिल होता है ??..वह सीने पर हाथ रख डॉक्टर से कह रहा था डॉक्टर साहब मे आपको समझा नहीं सकता दरअसल मेरे पास मुनासिब शब्द ह ही नहीं ... क्या आपने कभी सहरा देखा है ?..

©Ashab Khan #Rose
9151f02eec662d0c3ccb0b3134a0ff4c

Ashab Khan

वह आदमी जो इंसान रह रह के थक गया था एक शाम शहर से गांव लौटा तो चीखने चिल्लाने लगा बर्तन तोड़ दिए और एक दुकान का समान बाहर फेंक दिया वह कहता था की वह आदमी नहीं रहा ओ शेर चीता हाथी कुत्ता भेड़ बकरी मैसे कुछ हो सकता है लेकिन वह आदमी नहीं है

©Ashab Khan #UskiAankhein
9151f02eec662d0c3ccb0b3134a0ff4c

Ashab Khan

एक माँ का किरदार समाज का दिया हुआ और फितरत का वसूल है इस मे एहसान जैसा कुछ नहीं है माँ बच्चों का बोझ उठाती है एक वजूद का दुनिया में आना उन ही के वचन का कारण है जो खुद ना खा सकता ना पी सकता इस लिए चेतना आने तक सारी जिम्मेदारी उन का पहला फ़र्ज़ है अगर माँ बाप ना चाहते तो एक इंसान का आना मुमकिन न था और माँ बाप आजाद थे इस लिए जो अमल हुआ है उसके जिम्मेदार आप हैं

©Ashab Khan #akelapan
9151f02eec662d0c3ccb0b3134a0ff4c

Ashab Khan

आकर्षक सैलरी और आकर्षक सेक्रेटरी में कौन सी चीज ज्यादा आकर्षक है ??

©Ashab Khan #lonely
9151f02eec662d0c3ccb0b3134a0ff4c

Ashab Khan

जब तक हाथ से भलाई निकल रही ह ज़वाल नहीं आसकता भलाई का मतलब एक प्लेट खाना कुछ पैसे अच्छा मशवरा दुख मे दिलासे किसी की खुशी मे बिना हसद के मुबारकबाद देना और उन जैसे छोटी छोटी बाते जिन की वजह से लोगो मे खुशियाँ  वितरण की सकती है

©Ashab Khan #City
9151f02eec662d0c3ccb0b3134a0ff4c

Ashab Khan

दिमाग किसी भूखे सपेरे का ओ नुमाइशी सांप है जो बीन के धुन पर नहीं पिटारी की घूटन से तंग आकर अपना फन फैलाता है...

©Ashab Khan #City
9151f02eec662d0c3ccb0b3134a0ff4c

Ashab Khan

दिमाग बदन पर अख्तियार रखने वाला वो अपदस्थ बादशाह है जिसके हाथों की सरहद पर जाकर उस की कमर पर खुजला नहीं सकते

©Ashab Khan #wait
9151f02eec662d0c3ccb0b3134a0ff4c

Ashab Khan

दिमाग किसी दरबार के लंगर वाली देग है जिसमें नज़राने का हलवा भूखे अक़ीदतमंदो के लिए पकता रहता है

©Ashab Khan #Top
9151f02eec662d0c3ccb0b3134a0ff4c

Ashab Khan

दिमाग बांझ औरत का ओ जेवर है जो उस के देहांत के बाद सोनार की भट्टी में जला दिया जायेगा...

©Ashab Khan #dilemma
9151f02eec662d0c3ccb0b3134a0ff4c

Ashab Khan

दिमाग खोपड़ी के कश्कोल में पड़ी ओ खैरात है जो मागने वाले ने रहम पैदा करने के लिए बिखेरी हुई है...

©Ashab Khan #alone
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile