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dineshtiwaridk7565
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Dinesh Tiwari Dk

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Dinesh Tiwari Dk

आज का मुक्तक

किसी की याद में हर पल ही मैं मदहोश रहता हूं ।
जमाना होश में जाने मगर बे'होश रहता हूं ।।
जताना हक मेरा उनको बुरा लगने लगा जब से,
किसी से कुछ नहीं कहता हूं अब खामोश रहता हूं ।।

लेखक:- दिनेश तिवाड़ी
10/09/2023

©Dinesh Tiwari Dk #intezar
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Dinesh Tiwari Dk

आज का मुक्तक

किसी की याद में हरपल ही मैं मदहोश रहता हूं ।
जमाना होश में जाने मगर बे'होश रहता हूं ।।
जताना हक मेरा उनको बुरा लगने लगा जब से,
किसी से कुछ नहीं कहता हूं अब खामोश रहता हूं ।।

लेखक:- दिनेश तिवाड़ी
10/09/2023

©Dinesh Tiwari Dk #intezar
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Dinesh Tiwari Dk

Shayri Of the Day


चांद सितारे धवल चांदनी, रातें अच्छी लगती हैं।
 जैसे कोई वन‌ में कोयल, गाते अच्छी लगती हैं ।।
जब से देखा है तुमको, दिल में इक तस्वीर बसी है, 
पास बैठकर पहले दिन की बातें अच्छी लगती हैं।।

लेखक:- दिनेश तिवाड़ी
12/08/2023

©Dinesh Tiwari Dk #Relationship
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Dinesh Tiwari Dk

बेटी क्यूं बणाई विधाता
                                                         04/08/2023

ई धरती पर लक्ष्मी पूजे, ई धरती पर दुर्गा पूजे ।
ई धरती पर नवराता म, हर दिन कन्या पूजे ।।
जद वा बेटी गई सुरग म छाती भर कुरळाई ।
बेटी क्यूं बणाई विधाता, बेटी क्यूं बणाई ।।


घणी नाज़ सूं पाळी म्हाने, घणा कोड सूं राखी ।
मारा मायड़ बाप हमेशा, मनै फूल ज्यूं राखी ।। 
तोळा गुर्जर नाम राखियो, नरसिंहपुर रे माही ।
बेटी क्यूं बणाई विधाता, बेटी क्यूं बणाई ।।

बकरी चरावण घर सूं निकळी अपणा खेतां माही ।
भूखा नारड़ा दोळयू फरग्या,ज्यूं हिरणी क ताहीं ।।
गळो भींचकर मार पटक दी, फेर उठाकर लेग्या।
काट काटकर टुकड़ा सारा, भट्टी माही फेक्या ।
दुनिया बळती सारा देख:, मू खुद न बळती देखी ।
बेटी क्यूं बणाई विधाता, बेटी क्यूं बणाई ।।

चारुमेर है तन का भूखा, ई जंगल क माही ।
अब तो निकळबो दोरो होग्यो, गांव गळी क माहीं ।
ई धरती पर फेर न आऊ, याही अरजी म्हारी ।
बेटी क्यूं बणाई विधाता, बेटी क्यूं बणाई ।

🖋️ Dinesh Tiwari 🖋️

©Dinesh Tiwari Dk #save_girls
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Dinesh Tiwari Dk

बेटी क्यूं बणाई विधाता
                                                    04/08/2023

ई धरती पर लक्ष्मी पूजे, ई धरती पर दुर्गा पूजे ।
ई धरती पर नवराता म, हर दिन कन्या पूजे ।।
जद वा बेटी गई सुरग म छाती भर कुरळाई ।
बेटी क्यूं बणाई विधाता, बेटी क्यूं बणाई ।।


घणी नाज़ सूं पाळी म्हाने, घणा कोड सूं राखी ।
मारा मायड़ बाप हमेशा, मनै फूल ज्यूं राखी ।। 
तोळा गुर्जर नाम राखियो, नरसिंहपुर रे माही ।
बेटी क्यूं बणाई विधाता, बेटी क्यूं बणाई ।।

बकरी चरावण घर सूं निकळी अपणा खेतां माही ।
भूखा नारड़ा दोळयू फरग्या,ज्यूं हिरणी क ताहीं ।।
गळो भींचकर मार पटक दी, फिर इज्जत बिगड़ादी ।
बेटी क्यूं बणाई विधाता, बेटी क्यूं बणाई ।।

चारुमेर है तन का भूखा, ई जंगल क माही ।
अब तो निकळबो दोरो होग्यो, गांव गळी क माहीं ।
ई धरती पर फेर न आऊ, याही अरजी म्हारी ।
बेटी क्यूं बणाई विधाता, बेटी क्यूं बणाई ।

🖋️Dinesh Tiwari 🖋️

©Dinesh Tiwari Dk
  save girl
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Dinesh Tiwari Dk

बातां

कर हिवड़ा की चौखी बातां ।
अठी उठी की होगी बातां ।।

धन क खातर दर दर दौड़्यो,
थारी म्हारी यांही बातां ।

सगळी बात बजन म केहणी,
मत करज्ये तू थोथी बातां ।

भला बुरा की चर्चा होसी,
जग म बस रेह जासी बातां ।

बोली का तीरया ना दिखे,
घायल करदे तीखी बातां ।

कवि दिनेश या बात लिख्ह,
कागद का पन्ना पर बातां ।

Writer Dinesh Tiwari
02/0872022

©Dinesh Tiwari Dk बातां

बातां #शायरी

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Dinesh Tiwari Dk

शब्दो के मोती


नही पूजा का कोई थाल, नही मेरे पास चन्दन है,

चढ़ाऊ क्या मेरी मैया,केवल शब्द अर्पण है ।

जिसकी वीणा की झंकार जगत को लय-ताल देती है, 

ऐसी मां वीणा पाणी को बारम्बार वंदन है ।।


05/02/2022

©Dinesh Tiwari Dk सरस्वती वंदना

सरस्वती वंदना #कविता

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Dinesh Tiwari Dk

#HappyChildrensDay    नन्ही कली सी खिलकर आई मेरी बिटिया रानी ।
सारे जग की खुशियां लाई मेरी बिटिया रानी ।
मेरी आंख का तारा है मेरी बिटिया रानी।
लगती चांद सितारा है मेरी बिटिया रानी ।

देवों का आशीष मिले मेरी बिटिया रानी ।
हरदम हंसते होंठ खिले मेरी बिटिया रानी ।
तेरी आंखें चंदा सूरज मेरी बिटिया रानी ।
मोती जैसे दांत चमकते मेरी बिटिया रानी ।

मन करता पलकों पे बिठालूं मेरी बिटिया रानी
आ पास मेरे तुझे गले लगालू मेरी बिटिया रानी ।
तुम्हें देखकर मैं हर्षाउ मेरी बिटिया रानी ।।
मैं कविता तेरी कविता गाऊ मेरी बिटिया रानी ।।


लेखक :- Dk tiwari

©Dinesh Tiwari Dk #happychildrensday
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Dinesh Tiwari Dk

आज का मुक्तक

वतन बड़ा या धर्म ये, मालूम हो गया,

है तन यहाॅं पर मन वहाॅं, मालूम हो गया ।

क्रिकेट मैच हारकर ये तो सही हुआ,

ज़हरीले नाग घर में है, मालूम हो गया ।।

Writer - Dinesh Tiwari Dk

24/10/2021

©Dinesh Tiwari Dk #BatBall
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Dinesh Tiwari Dk

गीत

#LoveStrings

गीत #LoveStrings

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