आजा आजा मेरे राजा अखंड हिंद के महाराजा
रो रही हिंदी सडको पे तू अंग्रेजी राग बजाजा
अंधा तहसीलदार बना तू हस्तिनापुर का रे राजा
कौरव से बनके इतराते बनके माईकल पाॅल डिसूजा
हिंदी को है देख के लगता विधवा जैसे कुंती माता
धर्मग्रन्थ हिंदी का रक्षण पांडव दल बनवास को जाता
कृष्ण धरे संस्कृत सुदर्शन, बस युग मे इक बार ही आता #कविता#हिंदी_दिवस#hindi_diwas#Sadharanmanushya#साधारणमनुष्य
#maxicandragon
उंट के पीठ पे चढकर मौँला
देख खजूर कर उंगली बोला
भूंख लगी है जमके मोहे
हे ऊपर वाले भरदे झोला
नहीं भरा जब कुछ भी उसमें
खसका मुंडा सबकुछ खोला
रचा शिला से घातक खंजर
उंट था गायब भरा था झोला #Poetry#Sadharanmanushya#StarsthroughTree
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#digital_india
हाँ मै भी मानता हूं देश डिजिटल होना चाहिए
हर किसी के माथे पे एक कैमरा होना चाहिए
हाथ मे मोबाइल संग जिंदगी भर का डेटा
5जी 6जी का फूल नेटवर्क होना चाहिए
हर किसी के पांव में छोटा राकेट होना चाहिए
चुल्हा घर में हो ना हो आग पिछवाड़े होनी चाहिए #Poetry#Krishna#Sadharanmanushya
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बस बहुत हुआ
अब एक काम ही कर दो
चाहे पेट्रोल 500पार
चाहे गाडी महंगी कर दो
अब एक काम ही कर दो
जेलों को निरस्त
रिहा मुजरिमों को अर दो
थाने हटवाकर #Poetry#SunSet#Sadharanmanushya#साधारणमनुष्य
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मै सोया तो वो चिल्लाया
मै जागा तो फिर चिल्लाया
मै निकला मंदिर को
वो बकरा काट के आया
मै बेल पत्र और फूल चढाऊं
वो मांस फेक कर आता
मै पूजूं अपने ईष्ट देव को
वो थूक वहाँ पर आता #Poetry#Sadharanmanushya#HopeMessage
#maxicandragon
है नाम कन्हैया पर चक्र नहीं
है नाम राम पर धनुष नहीं
घूम रहे नरपिशाच चौराहे
छुपा रखो तुम धर्म कहीं
नाम युधिष्ठिर रख लो तुम सब
अडे रहो सत्य धर्म पर ही
नहीं जीत पाओगे ये महाभारत
अगर बनने श्रीकृष्ण नहीं #Poetry#candle#Sadharanmanushya
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बाग़ान बेचने से पहले मेरी मिट्टी वापस कर देना वरना मिट्टी में मिला दूंगा
#Sadharanmanushya#Time
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पप्पू कहता ये सत्याग्रह है
क्या सच मे ये सत्याग्रह है
परिभाषा सत्याग्रह की ढूंढो
सत्य बतलाने का आग्रह है
देश जलाकर कहते तुम हो
गाँधी वाला सत्याग्रह है
सच सच कहना के फिर तब तो #Poetry#Sadharanmanushya#साधारणमनुष्य#Delhi_Riots
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मुझे एक नाथूराम और चाहिए
वो मरा नहीं, रगो मे जिंदा है क्यों
उस फकीर को फिर मारना चाहिए
नंगा फकीर कहकर खुद को
कितने और बटवारा चाहिए
बताओ क्या लिखा संविधान मे
हर घर 47 वाला संविधान चाहिए #Poetry#Sadharanmanushya
#maxicandragon
#पत्थर_गवाही_देंगे माचिस है या शिवाला, ये सच बता ही देंगे। पूछेगी जब अदालत, पत्थर गवाही देंगे। हम जोड़ने के कायल,तुम तोड़ने में माहिर। मेहमान तुमको माना,और तुमने हमको काफिर। बस यह बता दो, खंजर क्यों पीठ में उतारा। क्यों सोमनाथ तोड़ा, मथुरा को क्यों उजाड़ा। शंकर का जुर्म क्या था, कान्हा ने क्या किया था। #Poetry#hills