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shivnarayansaxen4184
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Shiv Narayan Saxena

"ऐ मुकद्दर तुझे हाथों की लकीरों से निकलना होगा, मंज़िल तेरी दरिया नहीं ख़ुशियों का समंदर होगा।।"

https://youtube.com/@user-se2jf8zy7k?si=A3DK1U4-pbP8ZWBq

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Shiv Narayan Saxena

जब-तक जीओ, मस्त जीओ

जब-तक जीओ, मस्त जीओ #Life

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Shiv Narayan Saxena

#परिक्रमा श्री अयोध्या धाम पंचकोसी परिक्रमा  bhakti videos

#परिक्रमा श्री अयोध्या धाम पंचकोसी परिक्रमा bhakti videos #Bhakti

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Shiv Narayan Saxena

White ढलता  सूरज  शाम  का, रह  रह  दे  आवाज़।
  सुबह नयी नये लक्ष्य का, करिये फिर आगाज़।।

ढलता  सूरज  शाम  का,  कह  बतलाये  बात।
  समय चुके पछताय क्या, मत कर आलस तात।।

कठिन समय से जीतना, सबसे कठिन मुकाम।
 बिना  समय  के  एक  भी, बने न बिगड़े काम।।

©Shiv Narayan Saxena #GoodMorning ढलता सूरज शाम का... hindi poetry

#GoodMorning ढलता सूरज शाम का... hindi poetry #Poetry

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Shiv Narayan Saxena

White सुनाऊॅं क्या मैं अपनी आपबीती 
एक जंग थी अभी रात से जीती
आती है क्लांति कम करने रोज़
बाज़ी, रात में हारी, सुबह जीती

Good Morning.

©Shiv Narayan Saxena #GoodMorning , आपबीती..... poetry

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Shiv Narayan Saxena

बीते दिन बरसात के, फूले कास निहार।
बड़ी रात के नाम से, दिवस हुए लाचार।।

धीरे-धीरे झॉंक कर, कोहरा कर अनुमान।
बीते दिन बरसात के, धुंध  नयी  मेहमान।।

सेवानिवृत्त करैं सभी, विगत ज्यों वर्षा-बात।
आज चुनौती हैं नयी, उनको क्या यह ज्ञात।।

बीता मौसम मेंह का, प्रकृति न अब उमसाय।
आया  मौसम  शौकिया, सब का  मन हर्षाय।।

मिलन  अश्रु  नहिं  नयन  मॉं, बीत गयी बरसात।
अली कली और तितलियॉं, करें मिलन की बात।।

©Shiv Narayan Saxena #बारिशें बीते दिन बरसात के..... hindi poetry on life

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Shiv Narayan Saxena

Jai shree ram आज अक्षय-नवमी के अवसर पर भक्तगण श्री अयोध्या धाम की 14 कोसी परिक्रमा कर रहे हैं.

परिक्रमा का महत्व:-

'यानि कानि च पापानि जन्मांतर कृतानि च। 
तानि  सर्वाणि  नश्यन्तु  प्रदक्षिणपदे  पदे'।। 
                                          - संस्कृत वाङ्मय 
अर्थ- पूर्व जन्मों और इस जन्म में किए गए सभी पाप परिक्रमा के साथ-साथ खत्म हो जाएं. साथ ही ईश्वर के सान्निध्य की कामना भी करते रहना चाहिए.

दोहा-

पाप पुंज  पग - पग  कटैं, गुरु की फेरी डाल।
भजन दीन हो कर करै, निरभय होय निहाल।।
                                                      - शिव.

©Shiv Narayan Saxena #JaiShreeRam 14 कोसी परिक्रमा  bhakti

#JaiShreeRam 14 कोसी परिक्रमा bhakti #Bhakti

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Shiv Narayan Saxena

White रसना में रस घोल कर, करिये मीठी बात।
झगड़े  सारे  छोड़कर, दुनिया  रीझे  तात।।

तीखे कड़वे वचन पर, पशु तक निकट न आय।
 रसना में  रस  घोल  कर, वश करिये  समुदाय।।

©Shiv Narayan Saxena #love_shayari करिये मीठी बात..... poetry in hindi

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Shiv Narayan Saxena

हिन्दी एक वैज्ञानिक भाषा है  quotes on life

हिन्दी एक वैज्ञानिक भाषा है quotes on life #Quotes

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Shiv Narayan Saxena

White खेल भयानक है खुला, चूके होत अचेत।
ज़हर हवाओं में घुला, रहिये सभी सचेत।।

वर्षा के जल से धुला, पावन पवन सुहाय।
ज़हर हवाओं में घुला, है अब कौन सहाय।।

©Shiv Narayan Saxena #Sad_Status रहिये सभी सचेत.....

#Sad_Status रहिये सभी सचेत..... #Poetry

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Shiv Narayan Saxena

White छठ पूजा की धूम है, भरि-भरि लेहु असीस।
खाय  नहाय  बरत  करै,  घाट  नवावै  सीस।।

छठ  पूजा  की  धूम  से, घाट  हुए गुलज़ार।
सूरज की पूजा किहे, खुशियां मिलें अपार।।

कठिन बहुत उपवास यह, अरघ रबी को देत।
उगे  ढले  रबि  पूजियत, छठ मैया  सुध लेत।।

छठ पूजा पर हार्दिक शुभकामनाएं.
🙏🌺

©Shiv Narayan Saxena #good_morning_quotes छठ पूजा पर हार्दिक शुभकामनाएं.

#good_morning_quotes छठ पूजा पर हार्दिक शुभकामनाएं. #Poetry

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