Nojoto: Largest Storytelling Platform
usmanispoetry7701942
  • 43Stories
  • 290Followers
  • 558Love
    36.8KViews

Usmani's poetry (paapi)

मैं खुद्को खो दूँ ,मुझसे ऐसी ना भूल हो इश्क़ ओ वफा में भी अपना उसूल हो मुझको दुआ में माँगने वाले तो हैं बहुत लेकिन मै चाहता हूँ दुआ तेरी क़ुबूल हो

  • Popular
  • Latest
  • Repost
  • Video
b0849b4af09a1ab213f686525532fbf5

Usmani's poetry (paapi)

#best_Friend_forever 
plz like share and subscribe guys
#Funny #gazal #viral♥️♥️♥️ #SelfWritten #most_popular_shayari

#best_Friend_forever plz like share and subscribe guys #Funny #gazal viral♥️♥️♥️ #SelfWritten #most_popular_shayari

b0849b4af09a1ab213f686525532fbf5

Usmani's poetry (paapi)

ऐसे रिश्ते निभा रहा हूं मैं
जैसे नेकी .....कमा रहा हूं मैं

अब ज़बान बंद अपनी रखता हु
सबको खुद से बचा रहा हूं मैं

कौन अच्छा बुरा आजी छोड़ो
गले सबको लगा रहा हूँ मैं

सबको अच्छा मानकर उस्मानी
खुद को बेहतर बना रहा हूं मैं

©Usmani's poetry (paapi) पथरीले रिश्ते

 पापी Is Back

पथरीले रिश्ते पापी Is Back #Shayari

b0849b4af09a1ab213f686525532fbf5

Usmani's poetry (paapi)

naat e pak

naat e pak #Shayari

b0849b4af09a1ab213f686525532fbf5

Usmani's poetry (paapi)

खुद्को इस तरह के क़िरदार में ढाला जाए

खुद्को इस तरह के क़िरदार में ढाला जाए

b0849b4af09a1ab213f686525532fbf5

Usmani's poetry (paapi)

आस्तीन के साँप

paapi_is_mad



#writ

आस्तीन के साँप paapi_is_mad #writ #शायरी

b0849b4af09a1ab213f686525532fbf5

Usmani's poetry (paapi)

today no shayri....
#old_song....
#sad_song

#paapiPAGALhai
b0849b4af09a1ab213f686525532fbf5

Usmani's poetry (paapi)

इश्क़ की आग को शब्दो में जो बयाँ कर दूँ 

तो पढ़ने वालो के सीने मै आग लग जाए

Ishtiyaq usmani(paapi)✍️ #Ishq
b0849b4af09a1ab213f686525532fbf5

Usmani's poetry (paapi)

आंखे, ज़ुल्फे, तिरछी निगाहों को, मैं कातिल अंदाज लिखूँ 
झील सी गहरी आंखो के. . . कह दो तो सारे राज़ लिखू 
Fabulous  beauty ,woww nice ये शब्द बहुत ही छोटे है 🤭
कुछ शब्द हमारे पास मै है 🙂  आप कहो तो आज लिखूँ 

ISHTIYAQ USMANI (paapi)
   
PAAPIisMAD😊✍ FB comments😊

FB comments😊

b0849b4af09a1ab213f686525532fbf5

Usmani's poetry (paapi)

हिन्दू मुस्लिम सिख इसाई 
कल तक सब थे भाई भाई 
झूट से नफरत दिल में उगाकर
ना जाने किसने आग लगायी ?

पाकिस्तान की बातें करके
जिहाद पर ज्ञान जो पेलते है 
इनको सुनने वाले मानुष
भला कैसे इनको झेलते हैं ?

इनके चक्कर मै मेरी बन्दी 😄
लगने लगी अब मुझे पराई
हिन्दू मुस्लिम सिख इसाई
कल तक सब थे भाई भाई 

भगवा , हरे रंगो की बहस से 
ये नफरत  जिंदा करते है 
सम्प्रदायिक आग लगाकर ये
तरंगे को शर्मिंदा करते है

इनके जैसो के चक्कर मे 😕
ना गुझिया ना कोई मिठाई 
हिन्दू मुस्लिम सिख इसाई 
कल तक थे हम भाई भाई

इनके चश्मे से गर दुनिया देखो 
हर तरफ बवाल और दंगा है 
प्रेम की आंखो से देखकर जानो
हर दिल मै यहाँ तिरंगा है 

मन्दिर की रखवाली अशफाक़ करे
कहीं मुकेश ने रज़िया की जान बचाई 
हिन्दू मुस्लिम सिख इसाई 
आज भी सब हैं भाई भाई😊❤

Ishtiyaq Usmani ✍ live by love❤

live by love❤ #कविता

b0849b4af09a1ab213f686525532fbf5

Usmani's poetry (paapi)

ना जाने कौन हैं जिनको मुसलमानो से नफरत है

अगर हमसे वो मिल लेते,हमारे हो गये होते

इश्तियाक़ उस्मानी #liveByLOVE

#BEINGhuman

#LOVEforALL
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile