Nojoto: Largest Storytelling Platform
shwetanishad6108
  • 26Stories
  • 1.1KFollowers
  • 1.6KLove
    6.3LacViews

shweta nishad

मेरी डायरी के कुछ पन्ने

https://www.instagram.com/shwetanishad30/

  • Popular
  • Latest
  • Video
bbd01a7a3d76ae6375588b9f474535c3

shweta nishad

mujhe ab zindgi se pahle jaesi mohhabat na rhi 

tumhare ane ke  vahm ko maene mita diya hai

©shweta nishad
  #love❤ 
# zindagi
#pyar_ke_alfaz 
#wqat 
#Kadar
bbd01a7a3d76ae6375588b9f474535c3

shweta nishad

mai khud ke liye khud hi kaphi hu

©shweta nishad
  #love❤ 
#Zindagi❤ 
#Wqakt 
#shayri💔 
#nojohindi 
#nojolove

love❤ Zindagi❤ #Wqakt shayri💔 #nojohindi #nojolove #ज़िन्दगी

bbd01a7a3d76ae6375588b9f474535c3

shweta nishad

बेवफ़ा तो ये ज़िन्दगी भी बहुत है साहब
हर मोड़ ठोकरे देती है
कितनी भी मोहब्बत कर लो इससे
आखिर में काफिले मौत की ओर ही मोड़ती है।

shweta nishad #shayri
bbd01a7a3d76ae6375588b9f474535c3

shweta nishad

वक़्त की फेहरिश्त में सब ठहर गया है
अपना कहकर कोई बदल गया है।
जुबा पर चाहत और दिल मे फ़िक्र है कहने वाला
वो शख़्स आज जाने किधर गया है।


sakshi gupta
bbd01a7a3d76ae6375588b9f474535c3

shweta nishad

जरूरी नही वक़्त न देने पर रिश्ते टूटे अक्सर जरूरत से ज़्यादा वक़्त देने पर भी रिश्ते टूट जाया करते है।


shweta nishad #cuhh bate
bbd01a7a3d76ae6375588b9f474535c3

shweta nishad

मौत ज़िन्दगी को हर बेरुख़ी से कितनी दूर ले जाती है
ख़ाक कर तेरे ज़िस्म का लिबास वो राख़ हो जाती हैं।
बाँध ले बन्धन तू कितने भी इस जहाँ से 
हर बन्धन तोड़कर एक दिन रूह जिस्म से आजाद हो जाती है।


shweta nishad #zindgi #maut #khushiya #dard
bbd01a7a3d76ae6375588b9f474535c3

shweta nishad

क्यो तुम यू गुमनाम सी हो
मेरे ख़्वाबो की परी थोड़ी नादान सी हो।
भोली सी पर समझदारी की मिशाल सी हो
यूं तो तुम मेरी ज़िंदगी हो पर आज 
कही गायब शायद मेरी बेचैनी से अनजान सी हो।


shweta nishad #yade #love#tum meri duniya#zindgi ki kahani

#yade #Love#tum meri duniyazindgi ki kahani #शायरी

bbd01a7a3d76ae6375588b9f474535c3

shweta nishad

सवाल जवाब ही करते रहोगें फ़िक्र है बताओगे नही
कहते हो पहचान लो सब क्या तुम कुछ जताओगे नही।


shweta nishad

bbd01a7a3d76ae6375588b9f474535c3

shweta nishad

लिखुँ मैं माँ पर  मेरे शब्दों में वो बात नही
तुझे आक लू माँ इतनी मुझमे औकात नही।

इस बेगैरत सी दुनिया मे किसे तुम अपना बताओगे
दूर तक तलाश लो रिश्ता माँ सा न पाओगें।

वो अंधेरो में खुद को जलाकर भी उजाला कर देगी 
एक वो ही  है जो तुम्हालरी खुशी के लिए हर गम सह लेगी।

वो  बाते जो शायद तुम लफ़्ज़ों से न कह पाओगें 
चेहरा देख तुम्हारा समझ लेगी वो माँ है साहब खामोशी को भी पढ़ लेगी।

जब जब तुम रूठोगे वो मना लेगी गलतिया सारी 
भुलाकर तुमको गले से लगा लेगी वो हर पल बस दिल से दुआ देगी।

shweta nishad
bbd01a7a3d76ae6375588b9f474535c3

shweta nishad

ज़िंदगी की किताब के फटे पन्नो को 
वो बेबस बार -बार सिलती रही।

वो ठहरा बेहया बेशर्म बड़ी बेअदबी से
 किताब ही बेच आया रद्दी के भाव।

बेशुमार दौलत थी वो किताब बंद 
थे जिसके हर पन्नों में राज ।

वो खोल खोल कर तमाशा बना गया उसके हर खवाबो को बड़ी बेरहमी से जला गया।

न जाने किस बात का वो सौदा किये जा रही थी आँखों मे आँसू और दिल से  दुवाएं दिए जा रही थी।

 वो बेटा था उसका  और शायद वो 
माँ होने का फर्ज निभा रही थी।

shweta nishad kabhi kabhi aesa bhi hota h

kabhi kabhi aesa bhi hota h #कविता

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile