Nojoto: Largest Storytelling Platform
aj6806984154345
  • 18Stories
  • 35Followers
  • 55Love
    0Views

Sahil

  • Popular
  • Latest
  • Video
c708e7f2b06ab49e0a3ccd74e3198e3e

Sahil

मुकद्दर मैं शायद नमाज़ और अज़ान ही थी उसके 

वो ताउम्र मस्जिद की देहलीज़  पे बैठा रहा.

©Sahil #Namaaz
c708e7f2b06ab49e0a3ccd74e3198e3e

Sahil

मैंने हमेशा अपनों से डरना सीखा है 

ज़कात और खैरात बस गैरों से ही तो मिली है

©Sahil #डर
c708e7f2b06ab49e0a3ccd74e3198e3e

Sahil

आज आईने मैं अपने ही अक्स को जिंदा पाया 

मैं थक कर बैठ गया था इसलिए बेज़ुबान हूँ

©Sahil #aks
c708e7f2b06ab49e0a3ccd74e3198e3e

Sahil

जो कल खिलते गुलाब देखे बागबां मैं 

आँगन मैं अपने मिट्टी के ना होने का ग़म जाना

©Sahil #mitti
c708e7f2b06ab49e0a3ccd74e3198e3e

Sahil

एक सलवार सा बंधा रहा ये जीवन 

गांठें जो खुली तो बेआबरू हो गए

©Sahil #aabroo
c708e7f2b06ab49e0a3ccd74e3198e3e

Sahil

तुम मुझे ऊँचे तख्त पर मत बैठाना
वहां शराफ़त बैठा करती है 


हम अदब और सलूक वाले लोग हैं
जल्द ही गिर जाया करते हैं

©Sahil #sharafat
c708e7f2b06ab49e0a3ccd74e3198e3e

Sahil

कहीं काले तो कहीं सफेदपोश बेचते हैं
कोई ज़िंदगी तो कोई मौत बेचते हैं

कहीं हवा अमीर तो गुर्दे गरीब बेचते हैं
दवा के नाम पे कुछ लोग अपना ज़मीर बेचते हैं

जलती चिताओं और गंगा मैं बहती लाशों की
कहीं तस्वीर तो कहीं खबर बेचते हैं

जिन्हें आंसूं और कंधे भी नसीब न हो सके
बच्चे उनके बैठकों मैं अदब और तमीज़ बेचते हैं

कब्र अभी गीली है और आँखें भी नम है
अनाथ हुए बच्चों को ये ले हर कीमत बेचते हैं

मजबूरी है या मौसिकी ये तो वो ही जाने
निकलते हैं जो घर से बेवजह वो मेरा वतन बेचते हैं 

बूढे और बच्चे भी अब तो ये पूछते हैं
क्या हम ही हैं जो कीटाणु के बम बेचते हैं

उठाते है सवाल हुक्मरानों पे सभी
क्यूँ ये मंदिरों में राम और मस्जिदों मैं रहीम बेचते हैं

आंखे भी बंद हैं और होंठों पे भी ताले हैं
ये राजनीति है मियां बन अंधे गूंगे यहां हर मंज़र बेचते हैं

ऐ मेरे खुदा ऐ मेरे वज़ीर तू ही बता
क्या जन्नत पाने के लिए लोग अपना ज़मीर बेचते हैं

कटेगी ये रात हो लंबी ही सही लेकिन 
जो मिलो परिन्दों से कल तो ना कहना हम सफ़र बेचते हैं

©Sahil #corona 
#Death 
#medicine 
#doctor 
#lawyer 
#hawa 
#Khuda 
#rajneeti
c708e7f2b06ab49e0a3ccd74e3198e3e

Sahil

कल मेरा शहर जलता था और वो कहकहाया था

आज उसके शहर मैं रोशनी है चलो चल के देखते हैं

मैं उसके मानिंद तो नहीं हो सकता 

आज ईद है चलो दुआ फिर करके देखते हैं

©Sahil #roshni
#Dua
#Jalta
c708e7f2b06ab49e0a3ccd74e3198e3e

Sahil

करीने करीने से कश्ती को किनारे पर लगाया था 

फिर उसकी याद लहरों सी आयी और मैं समंदर में डूब गया

©Sahil #kashti 
#Yaad 
#samandar
c708e7f2b06ab49e0a3ccd74e3198e3e

Sahil

वो झूठ भी इतनी खूबसूरती से बोलता है 

मैं जानता हूं कि वो झूठा है मगर दिल है कि कहता है वो सब सच बोलता है

©Sahil #Jhooth
#Sach
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile