अच्छा लगता है चढ़ना ऊंचे चट्टानों पर।।
धरती से ऊंचे आसमान छुते पहाड़ों पर।।
सोचती हु अगर आसान होती जिंदगी मेरी।।
तो शायद बिना मेहनत के ए दुसवार होती।।
snowy
अब के सन्नाटा एसा पहरा।।
यें राहें हर कदम भूल गये।।
कल डरते थे जो इंसानी शक्तियों से।।
वो डर आज अदृश्य विषाणु ले गए।।
मौत ने दस्तक ऐसी दी रीत।।
आज सभी मुस्कुराना भूल गए। ।