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alokverma2321
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Alok Verma "" Rajvansh "Rasik" ""

मै तो तनहाईयों में भी महफ़िल खोज लेता हूं।

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Alok Verma "" Rajvansh "Rasik" ""

White मौत से मौत को मौत ने छीन लिया,
गम जदा जिन्दगी से गम जीत लिया,
कौन हूं मैं आज तक समझ न सका,
उसकी नाराजगी ने वजूद छीन लिया,
मौत से मौत को मौत .............!

मांगा था उनसे मैंने अमर प्रेम ही,
प्रेम की राह पर उसने ब्लेम दे दिया,
हूं रसिक तो रसिक अब क्या करे,
जिन्दगी से जिन्दगी ने मौत दे दिया,
क्या कहूं क्या मांगा क्या छीन लिया,
मौत से मौत को मौत...........! मौत से मौत ने मौत.......!

मौत से मौत ने मौत.......!

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Alok Verma "" Rajvansh "Rasik" ""

White कहते हैं सावरे मुझको यूं ही सभी,
बिन तेरे साथ के मैं तो कुछ भी नहीं,
जिन्दगी ये मेरी किसी काम की नहीं,
राधा नाम की नहीं तो किसी नाम की नहीं- 2 राधा नाम की नहीं तो किसी नाम...!

राधा नाम की नहीं तो किसी नाम...!

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Alok Verma "" Rajvansh "Rasik" ""

White उसको मुझसे नहीं मेरे शब्दों से नफरत है,
मैं समझता रहा कि वो परेशान है,
मैने जीना सीखा था उससे उसके लिए,
अब मेरी जिन्दगी से वो हैरान है,
क्या फायदा मेरे होने से जमीन पर,
जब उसको मुझसे नहीं ऐतबार है,
हर बार कहता रहा न ब्लॉक कर हैक हटा
वो हर बार वही सजा देता रहा ,
तंग आ गया है वो शायद मेरे संग से,
मैं समझता रहा कि वो परेशान है.....! 

❤️राधे राधे❤️ मैं समझता रहा कि वो परेशान है...!

मैं समझता रहा कि वो परेशान है...!

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Alok Verma "" Rajvansh "Rasik" ""

White उसको हर सुबह प्यारी है,
श्याम सा मैं नहीं,
उसको अपनी हर चीज प्यारी है,
मिलने वाला मैं नहीं,
उसको अपनी नींद प्यारी है,
जागता हुआ मैं नहीं,
कब जागोगे प्यार में तुम,
जब रहूंगा मैं नहीं....! जब रहूंगा मैं नहीं..!

जब रहूंगा मैं नहीं..!

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Alok Verma "" Rajvansh "Rasik" ""

White जमीं से ले गए आसमां तक फिर छोड़ गए,
मुझको इस जमाने में तन्हा कर मुंह मोड़ गए,
वो अपने रिश्तों की खातिर मेरा रिश्ता भूल गए.....,
वो खुश थे अपने ही माहौल में,
मैं बैठा रहा यूं ही उनकी खौल में,
वो अपनी हसीं अपनो को दिखाते गए,
वो अपने रिश्तों की खातिर मेरा रिश्ता भूल गए ....., वो अपने रिश्तों की खातिर.......,

वो अपने रिश्तों की खातिर.......,

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Alok Verma "" Rajvansh "Rasik" ""

White जिस दिन तुम्हारे कदम डोलेंगे,
समझ लेना हम रहे ही नहीं,
हवा भी मिलेगी जमीं भी मिलेगी,
समझ लेना हम रहे ही नहीं,
आंख जब भी बंद तुम करो,
ख्वाब तेरे मेरे से न मिले तो,
हर मोड़ पर और हर घड़ी में,
जिन्दगी गम में सिमटने लगे तो,
जिस्म में भी जब ये हो कमी,
सांस मध्यम हो धड़कने बढ़े तो,
समझ लेना हम.................! समझ लेना हम रहे.....!

समझ लेना हम रहे.....!

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Alok Verma "" Rajvansh "Rasik" ""

White सही है तेरा अब यूं रहना,
हमसे ज्यादा बात ना करना,
समय का दोष देता रहा मैं,
था किस्मत में अब यूं ही रहना,
हमसे ज्यादा बात ना...........!
है शिकायत ना तुमसे,
ना तुमसे गिला है,
जो था लिखा यूं,
वही तो मिला है,
ना अब कोई गिला है करना,
हमसे ज्यादा बात ना..........! हमसे ज्यादा बात ना........!

हमसे ज्यादा बात ना........!

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Alok Verma "" Rajvansh "Rasik" ""

White तोड़कर मुझको यूं बिखेर दिया,
जो मेरा था उसने मुझे छोड़ दिया,
एक - एक मोती सा फिरोया मुझे,
मर रहा था जीना सिखाया मुझे,
न जाने कौन सी थी घड़ी मुंह मोड़ लिया,
पल भर में ही प्रेम की माला तोड़ दिया,
"रसिक" तूने ये कैसा ख्वाब दिया,
जो मेरा था उसने मुझे............! जो मेरा था उसने मुझे........!

जो मेरा था उसने मुझे........!

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Alok Verma "" Rajvansh "Rasik" ""

White वक्त बता देता है कि कौन कैसा है,
दुनियां में इंसानियत नहीं बस पैसा है,
हमने भी देखा है लोगों को एहमियत देकर,
लोभी वक्त मिलते ही सब भुला देता है,
जिसकी जी हजूरी में उम्र गुजार दी,
उस इंसान के लिए तो सब पैसा है,
वक्त बता देता है कि................!

हर वक्त उसके इसरो पर वक्त बिताया,
उसके कहने पर अपना हाल गवाया,
देखा नहीं कभी कि मेरी तपतीस कैसी है,
मैंने उसकी हर बात पर हामी बनाया,
"रसिक" ना समझा कि वो भी ऐसा है,
वक्त बता देता हैं कि...............! वक्त बता देता है कि......!

वक्त बता देता है कि......!

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Alok Verma "" Rajvansh "Rasik" ""

White ईमानदारी का सच्चा पुरस्कार मिला,
इस जहां में हर इंसान ईमानदार मिला,
जो तरसता था कभी कौड़ियों के लिए,
आज वही धन का असली पहरेदार मिला,
राजनीति तो कूट-कूट कर भर ली है जिस्म में,
यहां अपनों से ही राजनीति का हथियार मिला,
जिसके एक इशारे पर घंटो बैठा रहता था मैं,
आज वही लात मारने में होशियार मिला,
देख "रसिक" तेरी वफ़ा का शिला मिला,
मत हैरान हो इस जहां से तू कि क्या मिला,
ईमानदारी का सच्चा ..…..............! ईमानदारी का पुरस्कार.....!🙏

ईमानदारी का पुरस्कार.....!🙏

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