Nojoto: Largest Storytelling Platform
girijanandmishra5078
  • 5Stories
  • 8Followers
  • 23Love
    3Views

Girijanand Mishra

रचनाकार

  • Popular
  • Latest
  • Video
cae12b2d36d69101678d06b442c4e33f

Girijanand Mishra

निकलेगा हल,
आज नहीं तो कल।।

निकलेगा हल, आज नहीं तो कल।। #कविता #poetryunpluged

cae12b2d36d69101678d06b442c4e33f

Girijanand Mishra

#Poetryunpluged

निकलेगा हल,
आज नहीं तो कल।
मत हो निराश,
ले चल मन विश्वास।।
ढलने के बाद भी,
दिन आता निकल 
मत हो निराश,
ले चल मन विश्वास।
निकलेगा हल,
आज नहीं तो कल।।
ये मत पूछना,
कल को किसने देखा।
बड़े ही यतन से,
सोच कर हमनें लिखा।
हर कदम रख,
यहां तू संभल।
मत हो निराश,
ले चल मन विश्वास।
निकलेगा हल,
आज नहीं तो कल।।

गिरिजा नन्द मिश्र 
पूर्णिया बिहार

©Girijanand Mishra
  निकलेगा हल
आज नहीं तो कल।

#bharatband

निकलेगा हल आज नहीं तो कल। #bharatband #कविता #poetryunpluged

cae12b2d36d69101678d06b442c4e33f

Girijanand Mishra

#Poetryunpluged

निकलेगा हल,
आज नहीं तो कल।
मत हो निराश,
ले चल मन विश्वास।।
ढलने के बाद भी,
दिन आता निकल 
मत हो निराश,
ले चल मन विश्वास।
निकलेगा हल,
आज नहीं तो कल।।
ये मत पूछना,
कल को किसने देखा।
बड़े ही यतन से,
सोच कर हमनें लिखा।
हर कदम रख,
यहां तू संभल।
मत हो निराश,
ले चल मन विश्वास।
निकलेगा हल,
आज नहीं तो कल।।

गिरिजा नन्द मिश्र 
पूर्णिया बिहार

©Girijanand Mishra निकलेगा हल
आज नहीं तो कल।

#bharatband

निकलेगा हल आज नहीं तो कल। #bharatband #कविता #poetryunpluged

cae12b2d36d69101678d06b442c4e33f

Girijanand Mishra

#Poetryunpluged

कहो तो गीत लिख दूं।
या फिर मीत लिख दूं।
जिंदगी के सफ़र में यारा,
कहो तो प्रीत लिख दूं।।
बहारें नित आती जाती है,
खग गुंजन यू ही गाती है।
सुमन मुस्कान लव खेले,
कहो क्या जग रीत लिख दूं।।
ओढ़ कर हेमंती चादर,
देखो सबनमी धरती।
लोरी गा रही ममता,
गौरव संगीत लिख दूं।।
कहो तो गीत लिख दूं।
या फिर मीत लिख दूं।।

गिरिजा नन्द मिश्र
टीचर्स कॉलोनी
पूर्णिया बिहार
पिन कोड 854301

©Girijanand Mishra कहो तो गीत लिख दूं।

कहो तो गीत लिख दूं। #कविता #poetryunpluged

cae12b2d36d69101678d06b442c4e33f

Girijanand Mishra

#Poetryunpluged

कहो तो गीत लिख दूं।
या फिर मीत लिख दूं।
जिंदगी के सफ़र में यारा,
कहो तो प्रीत लिख दूं।।
बहारें नित आती जाती है,
खग गुंजन यू ही गाती है।
सुमन मुस्कान लव खेले,
कहो क्या जग रीत लिख दूं।।
ओढ़ कर हेमंती चादर,
देखो सबनमी धरती।
लोरी गा रही ममता,
गौरव संगीत लिख दूं।।

गिरिजा नन्द मिश्र
टीचर्स कॉलोनी
पूर्णिया बिहार
पिन कोड 854301

©Girijanand Mishra #bharatband


About Nojoto   |   Team Nojoto   |   Contact Us
Creator Monetization   |   Creator Academy   |  Get Famous & Awards   |   Leaderboard
Terms & Conditions  |  Privacy Policy   |  Purchase & Payment Policy   |  Guidelines   |  DMCA Policy   |  Directory   |  Bug Bounty Program
© NJT Network Private Limited

Follow us on social media:

For Best Experience, Download Nojoto

Home
Explore
Events
Notification
Profile