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Mery Muskan(Somi)
एक हवा का झोंका हूं में तुम्हे छूकर गुजर जाऊंगी,
महसूस कर लेना मेरी आहट को तुम्हारे इतने करीब आऊंगी,
कुसुम की तरह वादियों में महकूँगी,
सुबह की शीतल हवाओं में सी चिड़ियों सी चहकुंगी।।
छूकर तेरे लबों को यूं ही गुजर जाऊंगी
तुम जब देखोगे रात में आकाश की ओर
तुम्हे दूर से देखकर में मुस्कुराउंगी।। #कविता
first time try from my self I know my voice is not good but I will do #शायरी
Mery Muskan(Somi)
दुनिया मे डर की भरमार है,
पर भगवान से प्यार है ,
दुख हर्ता, सुख कर्ता
यही दीन दयाल हैं।।
जय गणेशाय: नमो: नमः #विचार
Mery Muskan(Somi)
We are not together today, maybe they are not together for life 'its long distance, but they' re beautiful, but they don 't want it, nor is it auspicious for them.
Mery Muskan(Somi)
आज हम दोनों साथ नही ,
शायद ये जीवन भर का साथ नही
दूरियां बहुत है इन राहों में पर
पर ये खुवाबों वाली बात है
न चाहत है न शुकुन है इन आँखों मे
ये बिन मौसम की कैसी बरसात है।।
Mery Muskan(Somi)
तुम मेरे पास नही , पर तुम्हारी यादें समेटे हुए आज भी तुम्हारा इंतज़ार करती हूं , तुम भूल गए हो शायद अपनी मोहब्बत पर में आज भी मोहब्बत तुमसे बे-शुमार करती हूं।।