Nojoto: Largest Storytelling Platform
vaishnavipathak6572
  • 186Stories
  • 372Followers
  • 2.2KLove
    517Views

Vaishnavi Pathak

बातें कुछ अनकहीसी।

  • Popular
  • Latest
  • Video
d119056ee6173f1f11551c66b776cfbc

Vaishnavi Pathak

White जिंदगी भी एक सतरंज की खेल की तरह है 
जिंदा रहने के लिए कही चालें चलनी पड़ती है
वहम, इच्छा आकांक्षाओं को मारना पड़ता है
कोई साथ चलता है तो कोई करता है साथ चलने का ढोंग 
कुछ प्यादे ऐसे होते है जिन्हें अपना बलिदान देना पड़ता है 
आखिर तक हुकुम चलाने के लिए, 
कोई और का जिंदा रहना जरूरी है इसके लिए..
राजा की तरह एक ही जगह हिल सकते है 
सोसाइटी का प्रेशर जो रहता है मौत की तरह मंडराता हुआ 
बेलगाम घोड़ा की भी अपनी चाल सिर्फ ढाई घर जो चल पाता 
उसकी लगाम भी जैसे "न जाने वो लोग क्या कहेंगे?" वाले 
किसी अनजान के हात में हो 
ख़ुद और जिंदगी के बीच हर वक्त चलती हुई चालें 
इस उम्मीद में हमेशा रहते है की 
रानी और हाथी आके मुश्किलोंसे बचा लें
ऊंट की तरह कभी चाल टेढ़ी करके, 
रास्ता बदल के जिंदगी सवारने के लिए 
ये जंग होती है ख़ुद की ख़ुदसे जितने के लिए

©Vaishnavi Pathak
  #International_Chess_Day #Battle #Life #gameofchess #lifeandchess
#contrast #lifelessons #people #ChangeWithin
d119056ee6173f1f11551c66b776cfbc

Vaishnavi Pathak

White 
मंजिलों की ओर जो जा रहे है आओ वो रास्ते ढूंढते हैं 
बह के आए इतने दूर समंदर के वो किनारे ढूंढते हैं 

हर एक किरदार मशहुर हो कहानी में ऐसी कहानी ढूंढते हैं 
नहीं होगी अगर ऐसी कोई कहानी तो वो कहानी बुनते है 

मंजिल को पाने की तलाश में चलो निकल पड़ते हैं 
अकेला थक जाएगा आओ सबको साथ लेकर चलते है

©Vaishnavi Pathak
  #motivatation #all #find #Value #findyourself #Destination
d119056ee6173f1f11551c66b776cfbc

Vaishnavi Pathak

White 
इस अंजान शहर में ख़ुद को मिटा रहा हूं 
बैचेन होकर थका हारा फिर लौट रहा हूं 
घर वालों से दूर जी रहा हूं उनको देने जो है वो सुख 
बस एक मां ही है समझती है मेरे हर एक दुःख 
घरवाले बुला रहे है घर वापस आ जा अब बस हो गया 
क्या जा पाऊंगा फिरसे,पहले जैसा क्या ही अब है रह गया?
मुसाफ़िर सा बन गया हूं, कुछ दिनों के लिए घर जाना 
अब घरवाले भी सिख गए हैं जाते वक्त आसूं छुपाना 
दिन भर के वो सारे काम और वो शाम का दौर 
लगता जैसे इक डोर है जो खींच रही हो घर की ओर

©Vaishnavi Pathak
  #shayri #away #AwayFromFamily 
#evening #alone
d119056ee6173f1f11551c66b776cfbc

Vaishnavi Pathak

White साथ पानी लाए हो?
ले आओ, सूखे गले की प्यास बुझानी है।

तारे लाए हो?
ले आओ, ओस पडा हुआ मकान सजाना है।

आंख लाए हो?
ले आओ, खो गई है जो इंसानियत ढूंढनी है।

दिल लाए हो?
ले आओ, प्यार भरी मुलाकातें करनी है।

ख़ुद को लाए हो?
साथ बैठो, बड़े दिनों की अधुरी बातें करनी है।

©Vaishnavi Pathak
  #SelfDiscovery  #insearchof #finding #Heart
d119056ee6173f1f11551c66b776cfbc

Vaishnavi Pathak

White साथ रहे तेरा रात के अंधेरोमें बस यही एक दुआं है मेरी
तकते तकते आसमां के सारे तारे हो जाए सुबह हमारी
हम देख चंदा को यूं मुस्कुराए 
होटों से गीत निकल जाए 
वो चांद भी देख हमें शायद किसीको याद कर रहा होगा
चांदनी की यादोंमें दिन का समय काट रहा होगा 
शबनमी चांदनी अब नजर चुराने लगी है
मुस्कुराते इतराते प्यारे नगमें गाने लगी है

©Vaishnavi Pathak
  #good_night_images #Mood #Moon #Stars
d119056ee6173f1f11551c66b776cfbc

Vaishnavi Pathak

White कुछ ख़बर नहीं उनकी जिनके साथ हर पल रहता था 
बिछड़ गए वो कुछ लोग रास्ते में जिन्हे मै यार कहता था
अकेला तो नहीं लेकिन पता नही क्यूं ये अकेलापन महसूस होता है 
जिंदगी में कोई तो पास हो अब ऐसा अहसास कहा होता है 
वक्त की बातें है सब ठीक होगा तस्सली देके  दिलको समझा रहा हूं
जिंदगी जीना कहते किसे ये शायद अब जिंदगीसे ही सिख रहा हूं

©Vaishnavi Pathak #LifeHappens #life #sweetbitterlife #whenlifegives
d119056ee6173f1f11551c66b776cfbc

Vaishnavi Pathak

ram lalla राम जी आ रहे हो तो आते आते सुखं शांती भी साथ लेते आना..
मंदिर तो अच्छा बनवाया लोगों ने,लेकीन थोडी देर बाकी अयोध्या की भी हालत देख लेना...
अब आपका नाम लेके ये कुछ लोग फैला देंगे दंगे..
एक बात बताना राम जी क्या ऐसे मंदिर में आप शांति से रह पाओगे?
मर्यादा पुरुषोत्तम कहते है आपको थोड़ी मर्यादा हमे भी सिखाना..
जात-धर्म से परे होकर हमें इंसानियत की थोड़ी महानता समझा देना...

©Vaishnavi Pathak
  #ramlalla #peace #nomorehatred
#HUmanity #Ram #Rammandir #rammandirayodhya
d119056ee6173f1f11551c66b776cfbc

Vaishnavi Pathak

सुन बारिश के बूंदों की आवाज़  
मन को सुकून सा मिल जाता है

©Vaishnavi Pathak #rain #Feeling
d119056ee6173f1f11551c66b776cfbc

Vaishnavi Pathak

राह में मिलो कही तो बता देना कैसा था मैं पहले 
जिंदगी जि लेना चाहता था,जिंदा रहना सीख गया हूं
खुदको ढूंढने चला था अब बाकियों जैसा बन गया हूं

©Vaishnavi Pathak #FindingOneself #LostInCrowd 
#talaash
d119056ee6173f1f11551c66b776cfbc

Vaishnavi Pathak

देखकर राह उसकी अब पलके भी थक सी गई है
नाम लेकर सुबोहों शाम जैसे सांस रुक सी गई है
अब तो बता दो कोई के मैं जा रहा हूं कहा
सब के साथ रहकर भी अकेलासा लगता है यहां

©Vaishnavi Pathak
  #wait #life #Feeling
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile